‘यूटर्न टाइम’ ने ही प्रमुखता से उठाया था यह मुद्दा पूर्व कौंसलर ममता आशु का वीडियो जारी होते ही
लुधियाना 29 जुलाई। कांग्रेस के पूर्व पार्षदों का डेलीगेशन सोमवार को डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी से मिला। उनकी अगुवाई पूर्व कौंसलर ममता आशु ने की। इस दौरान पूर्व मेयर बलकार संधू और पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर शाम सुंदर मल्होत्रा की खास मौजूदगी रही। श्रीमती आशु ने इस दौरान डीसी के सामने खासतौर पर आम आदमी पार्टी के ‘सैल्फ-कौंसलरों‘ का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। उन्होंने इलजाम लगाया कि निगम सदन भंग है, अभी चुनाव होने बाकी हैं। जबकि आप नेता खुद को कौंसलर घोषित कर निगम के सरकारी दस्तावेजों पर बाकायदा स्टैंप लगा रहे हैं। अब सवाल यह उठता है कि अगर हाउस नहीं है तो आप नेता कथित पार्षद बन सरकारी कागजों पर अपनी मुहर कैसे लगा रहे हैं। बताते हैं, श्रीमती आशु के इस इलजाम पर डीसी साहनी ने संक्षिप्त जवाब देते कहा कि इसके सबूत पेश करिए।
यहां बता दें कि इस बाबत सूबे के पूर्व मंत्री भारत आशु की पत्नी ममता आशु ने गत दिनों एक वीडियो जारी कर अपनी फेसबुक पर भी पोस्ट किया था। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ‘यूटर्न टाइम’ ने रविवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। सोमवार को डीसी से इसी मुद्दे पर बात करने के बाद श्रीमती आशु ने कहा कि वार्ड 64 का एक ऐसा नेता है, जो सरकारी कागजों पर मुहर लगा रहा है। उन्होंने डीसी के सामने उठाए अन्य मुद्दों को लेकर कहा कि पंजाब में सभी नगर निगमों के लिए पालिसी सरकार की तरफ से एकजैसी ही बनकर आती है। जबकि लुधियाना निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स में नया कॉलम जोड़ दिया। जिसका नाम कैंसर-सैस का बकाया टैक्स वसूल रही है। शायद 2013 के नोटिफिकेशन में ये टैक्स हो, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया था। जबकि 2022 में सत्ता में आप सरकार इस टैस्ट को लागू कर लुधियाना अब पिछले 9 साल का बकाया धक्के से वसूल रही है।