आज धाम वृंदावन से पूज्य श्री पुंडरीक गोस्वामी जी महाराज और सिरसा से भैया किशन दास जी भाव रस प्रदान करेंगे
Ludhiana December 02 : श्री दंडी स्वामी महाराज जी के शुभ आशीर्वाद से सिद्धपीठ श्री दंडी स्वामी ट्रस्ट, सेवा परिकर और श्री राधा गोविंद संकीर्तन मंडल (सेवक सिद्धपीठ) द्वारा आयोजित 75वां श्री हरिनाम संकीर्तन एवं गौलोकवासी पंडित जगदीश चंद्र कोमल जी महाराज के 25वें वरदान दिवस के पावन उपलक्ष्य में चल रहे 38 दिवसीय महासंकीर्तन के पच्चीसवें दिन का आयोजन भी भक्तिमय वातावरण में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पंडित राज कुमार शर्मा ने की।
आज के दूसरे दिवस पर औरैया से पधारे श्री अंकुश तिवारी जी महाराज ने कहा कि कौन कहता है भगवान आते नहीं,भक्त के सच्चे मन को वो टालते नहीं।एक पुकार में दौड़े चले आते हैं,वो दूरी और देर को मानते नहीं।सच्चे मन की पुकार को वो ठुकराते नहीं।भावना की ज्योत जला कर देखो,दिव्य चरण स्वयं चलकर आपके पास आ जाते हैं।”भक्ति की पुकार में इतनी ताकत होती है,कि खुद भगवान भी आने से रुक पाते नहीं।”श्री महाराज जी ने पंक्ति बोलते हुए कहा कि मुझे “इसी तस्वीर का सहारा है, इसी से गम,इसी से गुजारा है”,”……इसके साथ उन्होंने कहा कि अगर हम श्री महाराज जी को कुछ सुनाते है तो वे उसे बड़े प्रेम और मनोयोग से सुनते हैं।”तो वे मुस्कुराकर इतनी मधुरता से सुनते हैं कि मन अपने आप शांत हो जाता है।ये श्री महाराज जी की कृपा ही है।श्री अंकुर तिवारी जी महाराज ने भावपूर्ण भजन:
“जरा तारों से तारे मिलाके तो देख,प्रभु खिचे हुए बंधे हुए चले आयेंगे”,”तुम्हारे पास आना चाहता हूँ अगर हरी तू जरा सी आस देदे,तुम्हे अपना बनाना चाहता हू”,”दुखियों की झोपड़ी के भाग खुल जाएंगे”मेरे राम कब आएंगे राम कब आएंगे”,”.”आदि का गायन कर श्रोताओं को भक्ति-रस में सराबोर कर दिया।प. श्री राज कुमार शर्मा जी ने औरैया से पधारे श्री अंकुश तिवारी जी महाराज भक्ती रस प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।आज धाम वृंदावन से श्री मन्माध्व गौडेश्वर वैष्णवाचार्य पूज्य श्री पुंडरीक गोस्वामी जी महाराज ओर सिरसा से भैया किशन दास जी भाव रस प्रदान करेंगे।
