पंजाब 19 सितंबर। पंजाब के मानसा जिले में शिक्षा विभाग के पास अपनी इमारत न होने के कारण एक सरकारी प्राइमरी स्कूल 15 साल से धर्मशाला में चलाया जा रहा था। अब धर्मशाला की जर्जर हालत के चलते स्कूल को गुरुद्वारा साहिब के लंगर हॉल में स्थानांतरित कर दिया गया है। मौजूदा समय में इस स्कूल में लगभग 250 बच्चे और 9 अध्यापक शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह मामला मानसा जिले के ठुठियावाली रोड वार्ड नंबर एक में स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल बस स्टैंड का है। यह स्कूल पिछले 15 वर्षों से धर्मशाला में संचालित हो रहा था। पंजाब सरकार जहां शिक्षा क्रांति के तहत स्कूलों को आधुनिक बनाने का दावा करती है, वहीं इस जिले में बच्चों को पढ़ाने के लिए विभाग के पास अपनी कोई सरकारी इमारत नहीं है।
बच्चों को गुरुद्वारा साहिब के लंगर हॉल में पढ़ाया जा रहा
पंजाब में हुई बारिश के कारण धर्मशाला की इमारत और भी जर्जर हो गई, जिसके चलते बच्चों को अब गुरुद्वारा साहिब के लंगर हॉल में बैठाकर पढ़ाया जा रहा है। यह स्थिति बच्चों की पढ़ाई के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। वार्ड के निवासियों भगवंत सिंह, मलकीत कौर, राजू सिंह और राज सिंह ने इस पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा साहिब में भी रोजाना धार्मिक कार्यक्रम होते हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। उन्होंने पंजाब सरकार से तुरंत बच्चों के लिए एक सरकारी स्कूल बनाने की मांग की, ताकि भविष्य में उन्हें किसी धर्मशाला या गुरुद्वारे में बैठकर पढ़ाई न करनी पड़े।
शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव : डीईओ
जिला शिक्षा अधिकारी (प्राइमरी) मंजू बाला ने बताया कि बारिश के कारण धर्मशाला की हालत खराब होने के चलते बच्चों को अस्थायी रूप से गुरुद्वारा साहिब में शिफ्ट किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल बनाने की प्रक्रिया चल रही है और इस संबंध में विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। मानसा के डिप्टी कमिश्नर भी इस मामले से अवगत हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि पंजाब सरकार जल्द ही इन बच्चों के लिए स्कूल बनाकर बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी।
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