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किसानों का गुस्सा सातवें आसमां तक,आप-भजपा नेताओं को घेरने लगे,काले झंडे दिखाये

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(पंजाब/यूटर्न 17 अप्रैल): अपी हक्की मांगों को लेकर व पंजाब तथा केन्द्र सरकार की बेरूखी से खफा किसानों के सबर का बांध टूट गया है और उनका गुस्सा सातवें आसमां तक पहुंच चुका है,इस लिये ही किसान नेताओं को सबक सिखाने के लिये उनको गांवों में घर कर काले झंडे दिखा अपने स्वालों का जवाब मांग रहे है। आज भी भाजपा व आप के प्रत्याशी को किसानों ने घेरा। इसी विरोध प्रदर्शन के तहत विधानसभा जैतो के अंतर्गत स्थित गांव डोड में किसान संगठन द्वारा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी करमजीत अनमोल व विधायक अमोलक सिंह को काले झंडे दिखाए गए। किसानों ने इस दौरान जमकर अपने गुस्से का इजहार किया। मौके की नजाकत को समझते हुए स्थानीय विधायक अमोलक सिंह ने मोर्चा संभाला और किसान संगठनों के साथ बैठक कर बातचीत की। बताया जा रहा है कि किसान संगठन के सदस्य इस बात से आक्रोशित के थे, कि गत वर्ष जो उनकी फसल मौसम की मार के कारण खराब हुई थी, उसका अभी मुआवजा नहीं मिला और किसी ने उनकी सूध भी नहीं ली, ऐसे में वे लोग अपनी मांगों को लेकर या विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। फरीदकोट जिले के एसएसपी हरजीत सिंह ने बताया कि किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जैतो के विधायक अमोलक सिंह के साथ बातचीत की है, और विधायक ने बैठक कर उनकी बातों को सुना है।
हंस राज हंस का विरोध ; जमकर की नारेबाजी
बुधवार को मोगा के सभी मंदिरों में रामनवमी का त्योहार बड़ी धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। इसे लेकर लोकसभा प्रत्याशी मंदिरों में मत्था टेकने जा रहे हैं। बुधवार को फरीदकोट से बीजेपी प्रत्याशी हंस राज हंस मोगा के धर्मकोट कस्बे के मंदिर में माथा टेकने जा रहे थे। इसी दौरान किसानों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। इसके बाद उन्होंने प्रदर्शन कर नारेबाजी की। वहीं जानकारी देते हुए किसान आगू ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों को परेशान किया जा रहा है और बॉर्डर पर किसानों पर गोलियां चलाई गईं। किसान भी शहीद हुए। आज हमने सभी किसानों और आम लोगों से भी बीजेपी का बहिष्कार करने की अपील की है। अगर कोई भी भाजपा कार्यकर्ता किसी गांव में वोट मांगने जाता है। उनका इसी तरह विरोध किया जायेगा। आपको बता दें कि हंस राज हंस फरीदकोट से बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार हैं। किसान आंदोलन के बाद से ही किसानों ने केंद्र सरकार का विरोध करना शुरू कर दिया था। किसानों का कहना है कि जिस तरह केंद्र की बीजेपी सरकार ने उन्हें दिल्ली जाने से रोका, उसी तरह हम भी बीजेपी उम्मीदवारों को इलाके में जाने से रोकेंगे।

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