सी.टी यूनिवर्सिटी द्वारा वन विभाग की जमीन पर अवैध तरीके से पार्किंग कर रोज़ाना कमाए जा रहे हज़ारों रुपए

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यूनिवर्सिटी अधिकारी बोले वन विभाग को दे रखी है जानकारी, विभाग ने झाड़ा पल्ला

चरणजीत सिंह चन्न

जगरांव 20 सितंबर। लुधियाना-फ़िरोज़पुर मुख्य मार्ग पर चौकीमान के पास स्थित शिक्षण संस्थान सी.टी यूनिवर्सिटी के बाहर स्थित वन विभाग की जगह से रोज़ाना हज़ारों रुपये कमा रही है। पत्रकारों ने जब मौके पर जाकर इस बारे में जानकारी ली, तो सच्चाई सामने आई कि सी.टी यूनिवर्सिटी ने वन विभाग की जगह का इस्तेमाल करते हुए वहाँ पार्किंग का ठेका दे रखा है, जिससे मौजूदा ठेकेदार को रोज़ाना हज़ारों रुपये की कमाई होती है। सी.टी. यूनिवर्सिटी वन विभाग की ठेके पर दी गई ज़मीन की उग्रही यूनिवर्सिटी के ठेकेदार से वसूलती है। इस संबंध में जब ठेकेदार से बात की गई, तो उसने बताया कि उसने कुछ दिन पहले ही यह ठेका लिया है। उससे पता है कि लुधियाना -फ़िरोज़पुर मुख मार्ग से सटी जिस तरफ की ज़मीन उसने ठेके पर ली है, वह वन विभाग की है और यूनिवर्सिटी के प्रबंधकों ने उसे यह जगह यह कहकर दी है कि वे इस जगह की देखभाल करते हैं और उन्होंने वन विभाग को भी इस बारे में सूचित कर दिया है। आप यहाँ बिना किसी चिंता के पार्किंग कर सकते हैं और पार्किंग शुल्क केवल उनके अनुरोध पर ही लिया जाता है।

कुछ दूरी पर स्थित है वन विभाग का ऑफिस

हैरानी की बात तो यह है कि वन विभाग के जगराओं कार्यालय से कुछ ही दूरी पर सी.टी. यूनिवर्सिटी स्थित है। लेकिन फिर भी कैसे वन विभाग की जमीन का नाजायज इस्तेमाल करते हुए यूनिवर्सिटी में आने वाले लोगों से गाड़ी पार्किंग के बदले में हजारों रुपए की कमाई कर रही है और इसके बारे में वन विभाग अधिकारियों को खबर तक नहीं है।

जमीन की देखभाल यूनिवर्सिटी करती है – एओ

इस संबंध में एक और बात, जब सिटी यूनिवर्सिटी के एओ गीतइंद्र सिंह से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि जिस वन विभाग की जमीन की बात की जा रही हैं, उसकी देखभाल यूनिवर्सिटी करती हैं। इस संबंधी वन विभाग के अधिकारियों से बात करके यह पूरा मामला उनके ध्यान में लाया गया है और उनकी मंज़ूरी के बाद ही उक्त जमीन को पार्किंग के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। जब ईओ से पूछा गया कि क्या इस संबंध में वन विभाग की जगह का इस्तेमाल करने के लिए वन विभाग को किसी प्रकार का भुगतान किया जाता है, तो उन्होंने साफ़ इनकार किया। सी.टी यूनिवर्सिटी इस संबंध में वन विभाग को किसी प्रकार का भुगतान नहीं करती है, बल्कि जगह का इस्तेमाल केवल रखरखाव के बदले में किया जा रहा है।

वन विभाग अधिकारी का क्या कहना है

जब इस संबंध में वन विभाग अधिकारी हरदयाल सिंह से फ़ोन पर बात की गई, तो उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र की इंचार्ज मैडम जशनप्रीत कौर हैं, आप उनसे संपर्क करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

किसी को इस्तेमाल के लिए नहीं दी जमीन

जब वन विभाग अधिकारी मैडम जशनप्रीत कौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें सी.टी. यूनिवर्सिटी द्वारा वन विभाग की जमीन के इस्तेमाल के बारे में कोई जानकारी नहीं है और न ही सी.टी. यूनिवर्सिटी द्वारा वन विभाग की जमीन के इस्तेमाल के बारे में वन विभाग को किसी भी प्रकार की कोई जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कुछ है तो वह मौका देखकर इस बारे में कुछ कह सकते हैं।

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