मोहाली 09 Dec : क्षेत्र के पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण सहारा बने वेटरन सपोर्ट सेंटर को बंद करने का निर्णय भारी विवाद और नाराज़गी का कारण बन गया है। एक्स-सर्विसमैन ग्रेविटेशनल सेल, मोहाली के अध्यक्ष रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल एस.एस. सारी ने इस मामले को गंभीर बताते हुए पश्चिमी कमान के प्रमुख को पत्र लिखकर फैसले पर पुनर्विचार की मांग की है।
पूर्व सैनिकों के अनुसार यह केंद्र रोजाना 50 से 200 मामलों का समाधान करता था और सेवारत सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों को पेंशन, चिकित्सा, दस्तावेज़ीकरण और कल्याण योजनाओं से जुड़ी अहम सहायता प्रदान करता था। इसकी सेवाएं न सिर्फ मोहाली, बल्कि चंडीगढ़, पटियाला, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब और रूपनगर के सैन्य परिवारों के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण थीं।
पूर्व सैनिकों ने कहा कि इस सुविधा को बंद करने से हजारों परिवार सीधे प्रभावित होंगे और उन्हें अपने मुद्दों के समाधान के लिए इधर-उधर भटकना पड़ेगा। उनका कहना है कि सैन्य समुदाय के कल्याण के लिए संचालित ऐसा केंद्र एक जरूरत है, न कि विकल्प।
उन्होंने साफ कहा कि वेटरन सपोर्ट सेंटर को तत्काल पुनः शुरू किया जाए, ताकि देश की सेवा कर चुके सैनिकों और उनके परिवारों को समय पर और भरोसेमंद सहायता मिलती रहे।
