पंचकूला 07 दिसंबर । हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विज्ञान तभी सार्थक है जब उसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे—किसान की फसल बढ़ाए, मरीज को उपचार दे और उद्यमी को नई शक्ति प्रदान करे। वे पंचकूला सेक्टर-5 में आयोजित चार दिवसीय 11वें इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने स्टूडेंट्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी विलेज का उद्घाटन किया, जिसे आधुनिक भारत का “नया नालंदा” कहा जा रहा है।
सीएम सैनी ने विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि विज्ञान केवल करियर नहीं—राष्ट्र निर्माण का सबसे मजबूत माध्यम है। उन्होंने वैज्ञानिकों, शोध संस्थानों, उद्योग जगत और स्टार्ट-अप्स से अपील की कि सभी मिलकर विज्ञान-आधारित विकास मॉडल तैयार करें, जो भारत को वैश्विक नेतृत्व तक पहुँचाए।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह का धन्यवाद करते हुए कहा कि हरियाणा को दूसरी बार इस मेगा साइंस फेस्टिवल की मेजबानी मिलना गौरव की बात है। 40 हजार से अधिक प्रतिभागियों की भागीदारी इसे “विज्ञान महाकुंभ” का रूप दे रही है।
सीएम ने बताया कि हरियाणा आज कृषि से आगे बढ़कर आईटी, एआई, रोबोटिक्स, एग्रीटेक, बायोटेक और स्पेस टेक्नोलॉजी का प्रमुख केंद्र बन रहा है। गुरुग्राम देश का एआई व साइबर टेक हब बन चुका है, जबकि पंचकूला, फरीदाबाद और हिसार हाई-टेक अनुसंधान का नया चेहरा बन रहे हैं।
उन्होंने कहा—“हरियाणा का किसान अब सेंसर आधारित सिंचाई और स्मार्ट खेती के जरिए भविष्य की तकनीक अपना रहा है, यही वास्तविक ‘विज्ञान से समृद्धि’ है।”
