पंजाब पुलिस के DIG हरचरण सिंह भुल्लर और बिचौलिए कृष्नु शारदा को आज सीबीआई कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। दोनों 14 दिन की जुडीशियल कस्टडी में थे। कोर्ट ने सुनवाई के लिए 10 जनवरी 2026 को अगली डेट दी है
डीआईजी भुल्लर के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच लगातार तेज होती जा रही है। वहीं सीबीआई ने बुधवार को 300 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। इसी बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी भुल्लर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीबीआई ने भुल्लर और बिचौलिए कृष्नु शारदा को 16 अक्टूबर 2025 को गिरफ्तार किया था। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप डीलर आकाश बत्ता से 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।
300 पेज की चार्जशीट दाखिल
डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर मामले में बुधवार को सीबीआई ने स्पेशल सीबीआई कोर्ट में 300 पेज की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें जांच टीम ने आरोपी भुल्लर व बिचौलिए कृषानु को ही आरोपी बनाया है। दौरान सीबीआई को बिचौलिए कृषानु के घर से एक डायरी मिली थी जिसमें पंजाब के कई ब्यूरोक्रेटस अफसरों के नाम व बैंक खाता नंबर भी लिखे मिले थे।
जांच टीम ने इन सभी ब्यूरोक्रेटस व 2 ज्यूडिशियल अफसरों के नाम ही चार्जशीट में शामिल नहीं किए हैं। वहीं, दोनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज करप्शन के मामले में जांच टीम ने बीएनएस की धारा 61(2) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 12 भी जोड़ दी है।
भुल्लर व बिचौलिए के खिलाफ दर्ज करप्शन व आय से अधिक संपत्ति के दर्ज दोनों मामलों में वीरवार को सीबीआई कोर्ट में सुनवाई होगी। दरअसल सीबीआई ने 16 अक्तूबर, 2025 को मंडी गोबिंदगढ़ निवासी आकाश बत्ता की शिकायत पर बिचौलिए कृष्नु व रोपड़ रेंज के डीआईजी एचएस भुल्लर को गिरफ्तार किया था।
इन दोनों के खिलाफ सीबीआई ने शिकायत के आधार पर पीसी एक्ट 7 व 7ए के तहत केस दर्ज किया था। जांच टीम को भुल्लर के घर पर रेड करने के दौरान 7.32 करोड़ रुपए की नकदी के अलावा करीब 2.5 किलो सोने की ज्वेलरी, 24 महंगी घडिय़ां और उसके फार्म हाउस से अलग-अलग ब्रांड की विदेशी शराब की मामले में जांच के बोतलें बरामद हुई थी।
बैंक खाते और संपत्ति की जांच
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने भी सीबीआई की एफआईआर के आधार पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।ईडी भुल्लर के बैंक खातों, लेन-देन और उनकी बेनामी संपत्तियों की जांच कर रही है।
गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने भुल्लर के चंडीगढ़ के सेक्टर-40 स्थित घर पर छापेमारी की थी। जांच टीम को घर से साढ़े सात करोड़ रुपये नकद, ढाई किलो सोना और कई बेनामी संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज मिले थे। इन बरामदगियों के बाद सीबीआई और पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज कर लिया था।
जानिए, CBI को पंजाब के अफसरों के बारे में क्या जानकारी मिली…
DIG से पूछताछ में 14 अफसरों के नाम मिले: CBI ने DIG भुल्लर को गिरफ्तार करने के बाद पहली बार 5 दिन का रिमांड लिया। CBI सोर्सेज के मुताबिक DIG भुल्लर ने बताया कि पंजाब के अफसर पटियाला के प्रॉपर्टी डीलर भूपिंदर सिंह के जरिए प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट करते हैं। इस पूछताछ में CBI को ऐसे 14 अफसरों का पता चला। जिसमें 10 IPS और 4 IAS अधिकारी थे।
CBI ने जब छानबीन की तो पता चला कि 10 IPS में से 8 अभी भी फील्ड में अहम पदों पर तैनात हैं। वहीं 2 पंजाब पुलिस की एकेडमी में हैं। इसके अलावा 4 IAS अफसरों का संबंध किसी ने किसी तरह से मंडी गोबिंदगढ़ से है। इसके बाद CBI ने प्रॉपर्टी डीलर के पटियाला और लुधियाना के ठिकानों पर रेड कर डॉक्यूमेंट्स जब्त किए थे।
बिचौलिए कृष्नु के मोबाइल से 50 अफसरों के लिंक मिले: CBI कोर्ट में DIG हरचरण भुल्लर और बिचौलिए कृष्नु शारदा की पेशी के दौरान जांच एजेंसी ने एक प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की थी। जिसमें कहा गया कि पिछले रिमांड में कृष्नु शारदा के मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खंगाली गईं। जिसके जरिए पता चला कि वह कई अफसरों की करप्ट डीलिंग में शामिल था।
सीबीआई ने डेटा के आधार पर बताया कि कृष्नु अफसरों के साथ मिलकर न केवल केसों की जांच को प्रभावित करता था बल्कि ट्रांसफर-पोस्टिंग, आर्म्स लाइसेंस बनवाने से लेकर FIR दर्ज करवाने या पहले से दर्ज FIR खारिज करवाने तक का काम करता था। ऐसे करीब 50 अफसर हैं, जिनमें IAS और IPS अफसर भी शामिल हैं।
