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कांग्रेस का काटो कलेश,तिवारी को टिकट मिलने पर 36 कांग्रेसी नेताओं ने दिया इस्तीफा

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(चंडीगढ/16 अप्रैल): लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ सीट पर कांग्रेस ने मनीष तिवारी को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके बाद पार्टी में मतभेद सामने आ रहे हैं। मनीष तिवारी को चुनावी मैदान में उतारे जाने के बाद एक या दो नहीं, बल्कि 36 नेताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए आलाकमान को इस्तीफा सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि मनीश तिवारी को कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में उतारे जाने के बाद पवन बंसल गुट खफा है। इसके बाद पार्टी में इस्तीफा देने की होड़ शुरू हो गई है। चुनावी मैदान में उतारे जाने के बाद मनीष तिवारी पहली दफा राजीव गांधी भवन पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान अलग-अलग मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस मौके पर पवन बंसल गुट का कोई भी नेता मौजूद नहीं था। इसे लेकर अब सियाली गलियारों में हलचल तेज हो गई है। मनीष तिवारी ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि आज की तारीख में सबसे बड़ी लड़ाई लोकतंत्र बचाने की है। लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए हम सभी लोगों को एक साथ आना होगा और इस तानाशाही सरकार को मुंहतोड़ जवाब देना होगा।
भाजपा के घोषणापत्र में किसी चुनावी रेवड़ी का जिक्र नहीं’
वहीं पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पीएम मोदी का विश्वास आज की तारीख में देश की जनता को क्षमता प्रदान करता है, क्योंकि आपने गौर किया गया होगा कि बीजेपी द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र में किसी भी प्रकार के चुनावी रेवड़ी का जिक्र नहीं है। लोगों को विकसित करने की दिशा में हमारा मुखय लक्ष्य है कि लोगों की क्षमता को कैसे बढ़ाया जाए? मुझे लगता है कि हर व्यक्ति के अंदर कोई ना कोई प्रतिभा है, हमारी कोशिश है कि उस प्रतिभा को निखारा जाए, ताकि वो देश की प्रगति में अपना योगदान दे सकें।
आखिर बीजेपी के लिये रेबडी क्या है
कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि बीजेपी अब किसी तरह का पुूराना वायदा दोबारा अपने घोषणापत्र में नही किया और ना ही बताया पिछले वायदे पूरे किये है। बीजेपी दूसरी पार्टियों पर रेबडियां बांटने का आरोप लगाती है,जबकि हालात बीजेपी की इसके विपरीत है,80 करोड लोग 5 किलो अनाज और पांच साल लेगें,आत्म निर्भर विकसत भारत के लिये तिथि 2047 दी है,लेकिन हालात यहां पर भी विपरीत है,देश की कमाई की 65 फीसदी हिस्सा 10 बडे घरानों के पास तो बाकी सारी जनता के लिये। ना तो बेरोजगारी,महंगाई,तेल डीजल की कीमतें,सब्जी फ्रूट व गैंस सिलेंडर की कीमतों ने लोगों की कमर तोड दी है। वहीं परिवार वाद की जो बात करती है तो बीजेपी में दर्जनों के हिसाब से परिवार है। बीजेपी का मकसद लोगों को बार बार झूठ बोलना व गुमराह करना है।

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