पैरी मर्डर केस में बड़ा खुलासा: कार में बिठाकर मारी गई थीं पांच गोलियां, मोबाइल पर बात कराने का बनाया था बहाना

Rivanshi
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सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में इंदरप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या के मामले में चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा पुलिस की संयुक्त जांच में सनसनीखेज खुलासे सामने आए हैं। हत्याकांड में वांछित पीयूष पिपलानी और उसका साथी अकुश पिजौर मुख्य आरोपी के रूप में चिन्हित हुए हैं। जांच में यह सामने आया है कि वारदात के समय पैरी की कार की साथ वाली सीट पर पीयूष ही बैठा था।

पुलिस को मिले नए वीडियो फुटेज में साफ दिखता है कि आरोपी ने पैरी को किसी से बात कराने का बहाना बनाया और उसे मोबाइल फोन थमाया। जैसे ही पैरी ने फोन कान पर लगाया, आरोपी ने करीब से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी।
कार के अंदर पांच गोलियों की आवाज़ सुनाई देती है, जिससे पुष्टि होती है कि शूटर पहले से ही कार में पैरी के साथ ही बैठा था और हमला पूरी तरह प्लानिंग के तहत किया गया था।

पहली फायरिंग के तुरंत बाद आरोपी पैरी की कार से उतरकर बाहर खड़ी क्रेटा में जा बैठा। इसके बाद भी हमलावर नहीं रुके—क्रेटा को पैरी की कार के पास लाकर दोबारा फायरिंग की गई।
जब उन्हें शक हुआ कि पैरी अभी भी जिंदा हो सकता है, तो बदमाशों ने कार को तीसरी बार घुमाकर तीसरी फायरिंग की और फरार हो गए।पंजाब पुलिस ने शूटरों का एक और वीडियो चंडीगढ़ पुलिस को भेजा है, जिसमें पीयूष पिपलानी और उसके साथी की पहचान हुई।

सूत्रों के अनुसार, पंजाब पुलिस दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बेहद करीब है।जांच में यह भी सामने आया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हरीचंद जाट उर्फ हरी बाक्सर ने ही पैरी की हत्या की सुपारी दी थी। आरोपी पैरी को फोन पर बात कराने के बहाने टिंबर मार्केट लेकर आए, जहां उसकी हत्या कर दी गई।वारदात में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ वह 2024 में कोटा (राजस्थान) से चोरी हुई थी। आरोपियों ने इंजन और चेसिस नंबर टेंपर कर रखे थे, जिससे पुलिस को असली मालिक तक पहुंचने में मुश्किल हो रही थी।

ऑटोमोबाइल कंपनी के एक्सपर्ट की मदद से जांच की गई और कार के एक हिस्से में असली नंबर मिल गए। इसके बाद पुलिस मालिक तक पहुंच सकी | हत्या से पहले पैरी को धमकी भरे वॉइस नोट भेजे गए थे, जिन्हें बाद में आरोपी ने फोन से डिलीट कर दिया था। पुलिस साइबर टीम ने डेटा रिकवर कर लिया है। ये ऑडियो मैसेज अब जांच में अहम साक्ष्य बन सकते हैं।

 

चंडीगढ़ पुलिस ने शहर के सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि इलाके में मौजूद बदनाम अपराधियों (बैड करैक्टर) की नई सूची तैयार कर भेजी जाए, ताकि गैंगस्टर गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई हो सके।उधर, लुधियाना में रेड पर जा रही डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल (डीसीसी) की टीम एक हादसे का शिकार हो गई। एक क्रेटा कार सवार ने पुलिस की गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी।हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इंस्पेक्टर सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।

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