जीरकपुर 05 दिसंबर :
शहर इन दिनों गंभीर ट्रैफिक अव्यवस्था से जूझ रहा है। रोजाना शाम होते-होते शहर की मुख्य सड़कें और चौराहे वाहनों से पट जाते हैं, लेकिन पिछले तीन दिनों से हालात और अधिक बिगड़ गए हैं। कारण—शहर के लगभग सभी प्रमुख प्वाइंटों की ट्रैफिक लाइटें बंद पड़ी हैं। रात आठ बजे तो बिग बाजार लाइट प्वाइंट, पटियाला चौक, सिंहपुरा चौक और लोहगढ़ चौक पर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे रोजाना हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
दिनभर सड़क पर ड्यूटी दे रहे ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी इन खराब लाइटों के चलते बेहद परेशान हैं। एक ट्रैफिक कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वे सुबह से लेकर देर शाम तक लगातार ट्रैफिक को संभाल रहे हैं, लेकिन ट्रैफिक लाइटों के बिना भीड़ को नियंत्रित करना बेहद कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा, “लाइट्स चलती हों तो ट्रैफिक अपने आप नियंत्रित हो जाता है, लेकिन पिछले तीन दिन से हम मैनुअल मैनेजमेंट कर रहे हैं। इससे न सिर्फ जाम लगता है बल्कि हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है।”

ध्यान देने वाली बात यह है कि जाम की शुरुआत सुबह के समय से ही हो जाती है। दफ्तरों व स्कूल जाने वाले लोगों के वाहन जब एक साथ सड़क पर उतरते हैं तो बिग बाजार प्वाइंट और पटियाला चौक पर स्थिति सबसे ज्यादा खराब होती है। इन स्थानों पर वाहनों का दबाव अधिक होने के कारण ट्रैफिक पुलिस को अतिरिक्त जवान भी लगाने पड़ रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रैफिक लाइट्स के बंद होने से रोजाना समय और ईंधन की बर्बादी हो रही है। दुकानदारी करने वाले एक व्यापारी ने बताया,
“सड़क पर लगातार जाम लगने से ग्राहक भी दुकान तक पहुंचने से कतरा रहे हैं। प्रशासन को तुरंत लाइटें ठीक करवानी चाहिए।”
ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का कहना है कि खराब लाइटों की शिकायत वे कई बार विभागीय अधिकारियों को दे चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी ने इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि
“अधिकारी हर बार जल्द ठीक होने की बात कहते हैं, लेकिन पिछले तीन दिन से स्थिति जस की तस बनी हुई है। इससे सड़क पर सुरक्षा भी खतरे में पड़ रही है।”
ट्रैफिक विशेषज्ञों के अनुसार, जीरकपुर जैसे पॉइंट-टु-पॉइंट कनैक्टिविटी वाले शहर में सिग्नल सिस्टम का दुरुस्त रहना बेहद जरूरी है। यहां रोजाना हजारों वाहन चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला, डेराबस्सी और पटियाला की ओर आवाजाही करते हैं। ऐसे में ट्रैफिक लाइटें बंद होने से पूरा सिस्टम असंतुलित हो जाता है।
उधर, बार-बार जाम लगने से सोशल मीडिया पर भी लोग नाराजगी जता रहे हैं। कई नागरिकों ने प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि शहर तेजी से विकसित हो रहा है, लेकिन बेसिक ट्रैफिक मैनेजमेंट की व्यवस्था का समय रहते सुधार न होना बड़े संकट की तरफ इशारा करता है।
ट्रैफिक विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मामले की जानकारी मिलने पर जल्द समाधान का आश्वासन दे रहे हैं। कहा जा रहा है कि तकनीकी टीम को अलर्ट किया गया है और जल्द ही खराब ट्रैफिक सिग्नल दुरुस्त कर दिए जाएंगे।
बॉक्स
कहां-कहां बंद पड़ी हैं ट्रैफिक लाइटें?
बिग बाजार लाइट प्वाइंट
पटियाला चौक
सिंहपुरा चौक
लोहगढ़ चौक
कई अन्य छोटे प्वाइंट भी प्रभावित
कोट्स
“तीन दिन से लगातार लाइटें बंद हैं। शिकायतें कीं लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।” —
ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी
“जाम के कारण रोजाना आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। प्रशासन जल्द समस्या का समाधान करे।”
— स्थानीय निवासी
