डेराबस्सी 02 Nov : खनन कार्य में लगी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों ने आम जनता, विशेषकर दोपहिया वाहन चालकों का जीना मुश्किल कर दिया है। ये ट्रॉलियां न केवल बेखौफ होकर ओवरलोड चल रही हैं बल्कि इनमें भरी रेत और मिट्टी को बिना ढके ले जाया जा रहा है। इसके कारण सड़कों पर चलने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उड़ती रेत-मिट्टी से बढ़ रहा हादसों का खतरा
तेज़ रफ्तार से गुजरती इन ट्रॉलियों से उड़ती रेत और मिट्टी सीधे दोपहिया चालकों की आंखों में जाती है, जिससे उनका संतुलन बिगड़ने और हादसा होने का खतरा बढ़ जाता है। कई वाहन चालकों ने बताया कि ट्रॉली के पीछे चलना किसी खतरे से कम नहीं है, क्योंकि उड़ती धूल और रेत के कारण आगे का रास्ता ही दिखाई नहीं देता।
प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याओं में इजाफा
इन ट्रॉलियों से उड़ती मिट्टी आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण भी बढ़ा रही है। हवा में घुली यह धूल लोगों के लिए सांस और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रही है।
ट्रैफिक नियमों की खुलेआम अनदेखी
बिना ढके रेत-मिट्टी को ढोना और ओवरलोडिंग करना ट्रैफिक नियमों का खुला उल्लंघन है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई सख्त कार्रवाई न होने से लोगों में रोष है।
लोगों ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग की
स्थानीय निवासियों और दोपहिया वाहन चालकों ने प्रशासन से इस मामले पर तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि खनन में लगी ट्रॉलियों पर ओवरलोडिंग और बिना ढके रेत-मिट्टी ले जाने पर रोक लगाई जाए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके और सड़कों पर बढ़ते हादसों पर अंकुश लगाया जा सके।





