दिल्ली/ 31 मई।
लोकसभा चुनाव के मतगणना स्थल की सुरक्षा का खाका पुलिस और मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने तैयार कर लिया है। मतगणना स्थल की तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था होगी। सातों लोकसभा सीटों के लिए सात मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इनके प्रवेश द्वारों पर मेटल डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं।
मतगणना के दिन पुलिस व खुफिया विभाग के कर्मचारी भी संदिग्ध लोगों के साथ ही उनके सामानों की जांच करेंगे। निर्वाचन से जुड़े अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्द्धसैनिक बल के साथ ही दिल्ली पुलिस के कर्मी भी पर्याप्त संख्या में तैनात रहेगी। मतगणना स्थल की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। एजेंट व मतगणना कार्मिकों के पास देखने और गहन तलाशी के बाद ही अंदर जाने की इजाजत दी जाएगी। मतगणना स्थल पर सिर्फ कार्मिक व एजेंट ही अंदर जाएंगे। इसके अलावा किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।
यह रहेगी व्यवस्था
अधिकारियों ने बताया कि 25 मई को मतदान के बाद से चार जून तक के लिए 14 कंपनियां अर्द्धसैनिक बलों की ड्यूटी मतगणना केंद्रों पर है। इनमें दो-दो कंपनियां सभी सातों मतगणना केंद्रों पर तैनात हैं। मतगणना के बाद उम्मीदवारों को ईवीएम पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का समय दिया जाता है। इसके लिए 45 दिनों तक इवीएम को सुरक्षित रखा जाता है। अर्द्धसैनिक बलों की चार कंपनियां चार जून से अगले 45 दिनों तक चार मतगणना केंद्रों पर तैनात रहेंगी।
इस पर रहेगा प्रतिबंध
मतगणना केंद्र के अंदर मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रानिक उपकरण, डिवाइस, सिगरेट, माचिस, पान, बैग, ज्वलनशील पदार्थ आदि के ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
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