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गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ़ 3.4.2024   पढ़-लिखकर ऐ नौजवां, क्या मारेगा तीर। बिना नौकरी दें बना, आ जा तुझे अमीर। आ जा तुझे अमीर, मूँदकर आँखें सो जा। यूथ विंग में अभी, हमारे शामिल हो जा। कह साहिल कविराय, बड़े दिल वाले लीडर। ठेके देंगे दिला, मिलेगा क्या पढ़-लिखकर।   प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल

गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ 2.4.2024 कहां ज़ोर किस जाति का, मुख्य कौन-सा धर्म। लगे परखने-जांचने, हर हलके का मर्म। हर हलके का मर्म, उतारें ऐसा बंदा। वोट बैंक पर डाल, सके जो पूरा फंदा। कह साहिल कविराय, शर्म को भेजें लानत। जाति-धर्म की बड़ी, फ़ायदेमंद सियासत। प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल

गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ़ 31.3.2024   बेचारा बेकार में, मुफ़्त हुआ बदनाम। कामदेव का भक्त था, बांट रहा था काम। बांट रहा था काम, तभी नेता-गण धाये। शुभचिंतक के लिए, लपक कर थाने आये। कह साहिल कविराय, किस लिए छापा मारा। करवाता था शांत, काम-ज्वाला बेचारा।   प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल

गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ 30.3.2024   बचपन ही से हम पड़े, राजनीति में कूद। जन्मजात नेतागिरी, थी हम में मौज़ूद। थी हम में मौज़ूद, छात्र-जीवन भी सारा। करी लीडरी ख़ूब, गुणों को और निखारा। कह साहिल कविराय, उम्र अब अपनी पचपन। नेता ही हम रहे, जवानी हो या बचपन।   प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल

गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ़ 29.3.2024   पोल पुरानों की खुली, वोटर हुए ख़िलाफ़। मुखड़े-कपड़े ना रहे, इनके चिट्टे-साफ़। इनके चिट्टे साफ़, ढूंढ़िए नये-नवेले। दिखें न धब्बे-दाग़, गुप्त हों सभी झमेले। कह साहिल कविराय, लोग हैं बड़े सयाने। टिकट नयों को बांट, बदल दें सभी पुराने।   प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल

गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ़ 28.3.2024   जग-जाहिर कैसे करें, अंदर का हर भेद। काम हमारे हैं कई, काले और सफेद। काले और सफेद, गले ख़ुद डालें फंदा। कैसे कह दें मिले, कहां से कितना चंदा। कह साहिल कविराय, लपकने के हम माहिर। हेरा-फेरी करें, भला कैसे जग-जाहिर।   प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल

गुस्ताख़ी माफ़

गुस्ताख़ी माफ़ 27.3.2024   नेता को केवल तभी, आते याद शहीद। जब पूरी होती दिखे, वोटों की उम्मीद। वोटों की उम्मीद, कौम यह बड़ी सयानी। नेता देखा कभी, कहीं करता कुर्बानी। कह साहिल कविराय, फ़ायदा पूरा लेता। देता जान शहीद, उड़ाता मौज़ें नेता।   प्रस्तुति — डॉ. राजेन्द्र साहिल