सुखबीर सिंह बादल प्रधान नहीं रहेंगे तो मैं भी पार्टी में नहीं रहूंगा: एनके शर्मा
जीरकपुर 18 Nov : शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता और हल्का डेराबस्सी से पूर्व विधायक एनके शर्मा द्वारा आज पार्टी से सभी पदों और मेंबरशिप से इस्तीफा दे दिया गया है। उन्होंने यह फैसला पार्टी के पूर्व प्रधान पूर्व उप मुख्यमंत्री द्वारा इस्तीफा देने के रोष में लिया है। एनके शर्मा बादल परिवार के काफी नजदीकी थे। बादल के फैसले को लेकर आज अकाली दल कोर कमेटी की मीटिंग होने से पहले ही क शर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस मौके पत्रकारों से बात करते हुए उनके शर्मा ने कहा कि सुखबीर बादल के खिलाफ साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अकाली दल ने पंजाब के लिए बड़ी कुर्बानियां दी है और पंजाब में अमन शांति लाने में पार्टी का बड़ा रोल है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल ने पार्टी में हरेक धर्म व हरेक व्यक्ति का सम्मान किया है। इस दौरान उन्होंने बड़े साफ शब्दों में कहा कि यदि सुखबीर सिंह बादल पार्टी के प्रधान बने रहते हैं तो वह भी पार्टी में बतौर साधारण वर्कर काम करते रहेंगे। लेकिन यदि सुखबीर बादल पार्टी के प्रधान नहीं रहे तो वह पार्टी में रहना बिलकुल भी पसंद नहीं करेंगे। इस दौरान उन्होंने अकाल तख्त के जत्थेदारों पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रेम सिंह चंदू माजरा और बीबी जागीर कौर के किरदार को देखना चाहिए, जो शिरोमणि अकाली दल को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले जत्थेदारों को ऐसे नेताओं को सजा देनी चाहिए। बता दें के श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा 3 महीने पहले ही बादल को धार्मिक सजा सुना दी थी। उसे दौरान अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघुवीर सिंह द्वारा बादल को तनखाईया करार दे दिया गया था। बादल पर अपनी सरकार के समय डेरा सच्चा सौदा साध गुरमीत राम रहीम को माफी देना, उस समय सुमेध सैनी को डीजीपी पंजाब लगाना और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई ना करने के आरोप लगाए थे। इससे पहले बलविंदर सिंह भुंदड़ को पार्टी प्रधान लगा दिया गया था। जब की बागी धड़े ने अकाल तख्त के सामने पेश होकर उपकरोक्त चारों गलतियों में अपनी समुलियत के चलते माफी भी मांगी थी।