पंजाब/यूटर्न/22 जुलाई: पंजाब के रोजगार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने बताया कि राज्य में सत्ता परिवर्तन ने व्यवस्था में लोगों के विश्वास को फिर से मजबूत किया है। पंजाब रोजगार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा संचालित तीन बहु-कौशल विकास केन्द्रों को आवंटित करने के लिए आयोजित प्री-बिड मीटिंग को प्रशिक्षण भागीदारों से भारी प्रतिक्रिया मिली। यह पहली बार था कि बोली-पूर्व बैठक में 30 बोलीदाताओं ने भाग लिया। अमन अरोड़ा ने बताया कि पंजाब कौशल विकास मिशन के पास पांच मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर हैं (जालंधर, लुधियाना, बठिंडा, अमृतसर और होशियारपुर में एक-एक)। जालंधर, बठिंडा और लुधियाना में एमएसडीसी खाली हो गए हैं और इन केंद्रों को अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) प्रक्रिया के जरिए शॉर्टलिस्ट की गई प्रशिक्षण एजेंसियों को आवंटित किया जाना है। इन एमएसडीसी की एक साल में 4500 उंमीदवारों को प्रशिक्षण देने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों में छात्रों के लिए व्यावसायिक पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे।
युवाओं के लिए रोजगार
प्रशिक्षण भागीदारों और औद्योगिक एसोसिएशनों को अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए पंजाब कौशल विकास मिशन (पीएसडीएम) के अधिकारियों को बधाई देते हुए अमन अरोड़ा ने एमएसडीसी का अच्छा उपयोग सुनिश्चित करने के लिए सभी हितधारकों को हर संभव समर्थन का आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि मुखयमंत्री सरदार भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के युवाओं के कौशल को निखार कर उनके लिए रोजगार के नए अवसर खोलने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। अमन अरोड़ा ने बताया कि पीएसडीएम ने पिछले महीने राज्य के ई-प्रोक्योरमेंट पोर्टल के माध्यम से सभी तीन एमएसडीसी के लिए आरएफपी जारी किए थे। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि एमएसडीसी में उद्योग की जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रम चलाए जाने चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से औद्योगिक जरूरतों और कुशल जनशक्ति के बीच अंतर को पाटने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। उन्होंने आगे बताया कि सीएम भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाने के अलावा कॉलेज, आईटीआई और पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों को जीवन और कौशल से लैस करने के लिए राज्य की अपनी कौशल प्रशिक्षण योजना शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
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