पंजाब के पूर्व अकाली मंत्री मजीठिया गिरफ्तार, 540 करोड़ से अधिक राशि का पता चला, दस्तावेज व इलेक्ट्रानिक डिवाइज कब्जे में लिए

पंजाब के पूर्व अकाली मंत्री मजीठिया गिरफ्तार

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नवीन गोगना

चंडीगढ़ 25 जून। पंजाब की राजनीति में बुधवार सुबह उस वक्त जबरदस्त हलचल मच गई, जब शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को विजिलेंस विभाग ने हिरासत में ले लिया। विजिलेंस और पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें अमृतसर स्थित उनके आवास से घर के पिछले दरवाज़े से कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर निकाला। उनके घर के बाहर बड़ी संख्या में अकाली दल के नेता और समर्थक नारेबाज़ी करते हुए मौजूद हैं। पूरी कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। यह गिरफ्तारी आय से अधिक संपत्ति के केस में की गई है। अमृतसर से गिरफ्तार करने के बाद विजिलेंस की टीम मजीठिया को मोहाली ले गई। जहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। शुरूआती जांच में 540 करोड़ से अधिक प्रॉपर्टी का पता चला। विजिलेंस ने बिक्रम मजीठिया के घर से 29 मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, 8 डायरियां और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। वहीं आम आदमी पार्टी की ओर जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि अमृतसर में 11, तरनतारन- 4, संगरूर 3 और लुधियाना में 2 जगह पर विजिलेंस की छापेमारी की गई है।

तलाशी में हर कोना खंगाला

विजिलेंस की टीम ने सुबह मजीठिया के घर पर दबिश दी और घर के हर हिस्से की बारीकी से तलाशी ली गई। इस दौरान ड्रॉइंग रूम, बेडरूम, दस्तावेज़, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और यहां तक कि स्टोर रूम और निजी कैबिनेट की भी तलाश की गई। रेड के दौरान आस-पास के इलाके में सुरक्षा घेरा बना दिया गया और मौके पर स्थानीय लोग भी भारी संख्या में इकट्ठा हो गए।

करोड़ों का संदिग्ध वित्तीय लेनदेन
2021 में पंजाब पुलिस के स्टेट साइबर क्राइम ने बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। जांच में 540 करोड़ रुपए से ज्यादा के संदिग्ध वित्तीय लेन-देन सामने आए। एफआईआर में मजीठिया और उनकी पत्नी गनीव कौर द्वारा अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के पर्याप्त सबूत बताए गए हैं।

मंत्री बनने के बाद संपत्ति बढ़ी
2007 में जब मजीठिया विधायक बने और बाद में पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री बने, उसी दौरान उनके और उनकी पत्नी के नाम पर संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज हुई। पुलिस के अनुसार यह संपत्ति अज्ञात और गैरकानूनी स्रोतों से अर्जित की गई। FIR में यह भी कहा गया है कि एकत्र की गई सामग्री से यह साबित होता है कि ये संपत्तियां अवैध गतिविधियों से अर्जित की गई हैं और ये अवैध संवर्धन की श्रेणी में आती हैं।

यह कांटे 2027 में निकालने मुश्किल होंगे
केंद्रीय राज्य मंत्री व भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्‌टू ने कहा कि भगवंत मान द्वारा विजिलेंस का दुरुपयोग करना बहुत ही तुच्छ राजनीति का सबूत है। कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर जो किया, भगवंत मान ने पंजाब में वही किया है। जो भी नेता सरकार की विफलताओं या उसकी वैधता पर सवाल उठाता है, उसे धमकाकर चुप करा दिया जाता है। भगवंत मान, आप पंजाब के लोगों के लिए जो कांटे बो रहे हैं, वे तो आप हैं ही, लेकिन आप अपनी निजी जिंदगी में जो कांटे बो रहे हैं, उन्हें 2027 के बाद निकालना मुश्किल हो जाएगा।

मजीठिया पर छापे नैतिक रूप से गलत

आप विधायक कुंवर विजय प्रताप ने मजीठिया के घर छापे को नैतिक रूप से गलत बताया और कहा कि यह अब राजनीति नहीं, बल्कि सिद्धांत और शालीनता का मामला है। उन्होंने महिलाओं की गरिमा के हनन पर भी चिंता जताई।

अकाली दल कार्रवाई से डरने वाला नहीं

शिअद नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि केजरीवाल पंजाब में विपक्ष के नेताओं के खिलाफ बदले की कार्रवाई कर रही है। लोगों का ध्यान दूसरी तरफ बदलने के लिए यह सबकुछ किया जा रहा है। अकाली दल इस कार्रवाई से डरने वाला नहीं है।

जीतना जोर लगता लगा ले, हम डरने वाले नहीं

सांसद व बिक्रम मजीठिया की बहन हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि बिक्रम द्वारा पंजाब सरकार के काले कामों को जनता के सामने लाया जाता है, वह सरकार की हर इललीगल चीज को बेबाकी के साथ जनता के सामने लाता है। जिसके चलते सरकार ने उसे दबाने का प्रयास किया है। सीएम भगवंत मान समझते है कि वे मजीठिया परिवार को दबा लेगा, बता दें कि वे जीतना जोर लगाना चाहते हैं लगा ले, लेकिन यह परिवार डरने वाला नहीं है। तुमसे पहले भी सरकारों ने बहुत प्रयास किए, लेकिन कुछ नहीं कर सकी।

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