लुधियाना 14 सितंबर। पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस व भाई परमजीत सिंह पम्मा में हुए विवाद को लेकर रविवार को सिमरजीत बैंस खुद सामने आए। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सुई धागा कंपनी को लेकर मनमुटाव में भाई व भतीजे ने फायरिंग की थी। लेकिन वह इस मामले को दबाना चाहते थे, क्योंकि यह पारिवारिक मामला है। लेकिन मीडिया और पुलिस ने इसे जनतक कर दिया। जिसके चलते अब वे इस मामले में सच्चाई बताने के लिए सब के सामने आए हैं। बैंस ने कहा कि 2 नवंबर 2023 को परिवार के बीच बंटवारा हुआ था। कंपनी बैंस अलायंस, जिसे उन्होंने 1996 में शुरू किया था, उस समय उनके हिस्से में आई। बैंस ने कहा कि यह बंटवारा दोनों भाइयों की रजामंदी से हुआ था और परिवार के सामने कागजात पर हस्ताक्षर किए गए थे। लेकिन बड़े भाई को कुछ समय बाद लगा कि बंटवारा गलत हुआ है। जिसके चलते उसने कोर्ट केस किया। लेकिन कोई राहत नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने खुद भाई को कहा कि अगर बंटवारा गलत लगता है तो वे दस्तावेज फाड़ देते हैं। उनका बेटा और भतीजा जोत दोनों कंपनी संभाल लेंगे।
सफेद कुर्ता पजामा पहनकर भाषण करना आसान
बैंस ने कहा कि उन्होंने बड़े भाई पम्मा से यह भी कहा कि कंपनी दोनों बच्चें संभालेगें, जबकि वे कस्टोडियन होंगे। जबकि पम्मा की इसमें दखल नहीं होगी। दोनों बच्चों की देखभाल मैं करुंगा। बैंस ने कहा कि मेरा भाई हमेशा मुझे कहता रहा है कि सफेद कुर्ता-पजामा पहन कर भाषण करने आसान है लेकिन काम करना मुश्किल है। इसीलिए मैं चाहता था कि दोनों बच्चे मेरे देख-रेख में कंपनी चलाए।
मेरी कार पर किए 9 से 10 फायर
बैंस ने कहा कि घटना के समय वे बाथरुम में थे। उनका पीए घर के अंदर था। रात को उनके भाई पम्मा व भतीजे ने उनकी डिफेंडर कार बुरी तरह से तोड़ दी। जिसके बाद उन्होंने कार पर 9-10 फायर हुए। अगर वे बाहर होते तो उनका भी नुकसान हो सकता था। लेकिन वे फार्म हाउस से बाहर नहीं गए। बैंस ने कहा कि पहले भी कंपनी में उनके भतीजे ने गोली चलाई। लेकिन तब भी उन्होंने मामले को दबाकर रखा।
—