(पंजाब/यूटर्न 30 मार्च): किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से गोल्डन गेट के आगे केंद्र सरकार का पुतला फूंका गया। किसानों का आरोप है कि सरकार की ओर से उनके नेताओं को गिरफतार किया गया है ताकि हरियाणा में की जा रही महापंचायत को रोका जा सके। जबकि किसान ट्रैक्टरों व ट्रेनों के जरिये महापंचायत में शामिल होगें। प्रदेश नेता सरवन सिंह पंधेर, जिला नेता गुरबचन सिंह चाबा, जिला नेता जर्मनजीत सिंह बंडाला के नेतृत्व में गोल्डन गेट अमृतसर में भगवंत मान सरकार का पुतला फूंका। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि विश्व व्यापार संगठन नीति के दबाव में पंजाब की भगवंत मान सरकार ने मंडी बोर्ड अधिनियम 1961 में संशोधन किया और पंजाब की 26 बाजार समितियों को अन्य विभागों में विलय करके भंग कर दिया और गोदामों का प्रबंधन निजी कंपनियों को सौंप दिया।
मान सरकार का पुतला फूंका
अमृतसर में अटारी, मजीठा, मेहता आदि में मार्केट कमेटियां खत्म कर दी गई हैं। नेताओं ने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार का यह फैसला पंजाब के किसानों, मजदूरों और देश के संघीय ढांचे के लिए बहुत खतरनाक है और इसके साथ ही किसानों के हित का दावा करने वाले भगवंत मान का सरकार का दोहरा चेहरा सामने आ गया है। असल में किसान आंदोलन के दबाव में तीन काले कानून रद्द कर दिए गए, लेकिन अब उन्हें अंदर ही अंदर लागू किया जा रहा है।
हरियाणा सरकार रही है घबरा
किसानों ने कहा कि इस महापंचायत के जरिए हरियाणा और केंद्र सरकार को परेशानी होने लगी है और परिणामस्वरूप हरियाणा पुलिस घबरा गई है। पंजाब सीमा पर मोहाली हवाई अड्डे से बी.के.यू. (शहीद भगत सिंह) किसान युवा नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा और गुरकीरत सिंह पुत्र जसवीर सिंह गांव शाहपुर जिला अंबाला को गिरफतार कर लिया गया है।
