सांसद संजीव अरोड़ा ने भावुक होकर उनसे मुलाकातें याद करते डॉ. सुरजीत पातर को बेहतरीन इंसान बताया
दिनेश मौदगिल
लुधियाना/यूटर्न/11 मई। राज्यसभा में सांसद संजीव अरोड़ा ने प्रख्यात पंजाबी कवि डॉ. सुरजीत पातर के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अरोड़ा ने कहा कि आज सुबह डॉ. पातर के निधन के बारे में पता चलते ही वह स्तब्ध रह गए।
अरोड़ा ने डॉ. पातर की पत्नी भूपिंदर कौर पातर और बेटे मनराज पातर और अंकुर पातर सहित पीड़ित परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की। अरोड़ा ने कहा कि सौभाग्य से उनकी डॉ. पातर से कई बार मुलाकात हुई। डॉ. पातर से मुलाकातों के दौरान उन्होंने पाया कि वह न केवल एक प्रसिद्ध पंजाबी कवि थे, बल्कि एक महान विचारक, बेहतर इंसान और नेक काम करने वाले व्यक्ति थे। वह पूरी तरह से जमीन से जुड़े हुए व्यक्ति थे। पंजाब के लोग, विशेषकर साहित्य और पंजाब की संस्कृति से जुड़े लोग, पद्मश्री पुरस्कार विजेता डॉ. पातर की मृत्यु के बारे में सुनकर शोक में हैं।
अरोड़ा ने कहा कि पंजाब के लोग पंजाबी साहित्य और पंजाबी संस्कृति के लिए डॉ. पातर द्वारा किए सराहनीय कार्यों के लिए हमेशा उनके ऋणी रहेंगे। उनके रचनात्मक लेखन ने सभी सीमाओं को पार कर लिया था। जो इस तथ्य से स्पष्ट है कि उनकी कविताओं का हिंदी और अन्य भाषाओं में अनुवाद किया चुका है। उन्होंने कहा कि डॉ. पातर का निधन पंजाब, पंजाबी साहित्य और संस्कृति के लिए एक बड़ी क्षति है जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
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