काउंट-डाउन, 4 दिन बाकी : लुधियाना वैस्ट उप चुनाव में आप ने आशु के ‘घर’ में ही कर दी बड़ी सेंधमारी

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कांग्रेसी उम्मीदवार के ‘राजदार’ पूर्व कौंसलर बंटी आप में शामिल, अरोड़ा का सियासी-किला और मजबूत

लुधियाना, 4 जून। काउंट-डाउन के साथ लुधियाना वैस्ट विधानसभा हल्के के उप चुनाव में ‘सियासी-संधेमारी’ अब चरम पर पहुंच चुकी है। अंतिम चरण में आम आदमी पार्टी लगातार दूसरे दलों के नेताओं-वर्करों को अपने साथ ला रही है।

बंटी का आप में जाना आशु को बड़ा झटका :

राज्यसभा सांसद व आप उम्मीदवार संजीव अरोड़ा को शनिवार को बड़ी सियासी-कामयाबी मिली। कांग्रेसी उम्मीदवार व पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु के ‘राजदार’ और उनके ’पड़ोसी’ पूर्व कौंसलर बलजिंदर सिंह बंटी आप में शामिल हो गए। इस मौके पर सूबे के कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत, डॉ.रवजोत सिंह व डॉ.राजकुमार चब्बेवाल के अलावा आप पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष अमनशेर सिंह शैरी और वार्ड 72 से आप के कौंसलर कपिल कुमार सोनू की खास मौजूदगी रही। यहां काबिलेजिक्र है कि बंटी भी वार्ड 72 में रहते हैं। उन्होंने पिछला निगम चुनाव कांग्रेस के टिकट पर आप उम्मीदवार सोनू के खिलाफ लड़ा था, लेकिन हार गए थे। अब संयोग से बंटी भी आप में आ गए। ऐसे में क्या सोनू पार्टी से नाराज तो नहीं हो जाएंगे, इसे लेकर चर्चा रही कि वह खुद ही बंटी को आप में लाए हैं। वहीं, पार्टी उम्मीदवार अरोड़ा व सीनियर नेता इस ‘अहम-सेंधमारी’ से खासे उत्साहित हैं।

प्रचार करने आए हरियाणा के सीएम सैनी का विरोध :

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी शनिवार को यहां भाजपा प्रत्याशी जीवन गुप्ता के हक में प्रचार करने पहुंचे। इसी दौरान अचानक उनके काफिले को रास्ते में ‘कुछ’ लोगों ने काले कपड़े-झंडियां लहराकर रोकना चाहा। प्रदर्शनकारियों ने ‘पंजाब के पानी चोर’ मुर्दाबाद के नारे लगाए। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच नायब सैनी के काफिले को निकाला गया। इसे लेकर रही कि आखिर विरोध करने वाले किस पार्टी से जुड़े थे। जबकि खुद सैनी ने तीखी प्रतिक्रिया जताते आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी आप और कांग्रेस के वर्कर थे। जो हरियाणा में भी उनका विरोध करते रहे हैं। पानी के मुद्दे पर घटिया राजनीति नहीं होनी चाहिए।

कांग्रेस से फिर बीजेपी लौटे लापरां का ‘यूटर्न’ चर्चा में :

कभी कांग्रेस में रहे पूर्व कौंसलर परविंदर सिंह लापरां भाजपा में शामिल हो गए थे। तब उनको सिक्योरिटी का तामझाम भी मिला था। फिर पिछले नगर निगम चुनाव में भाजपा से टिकट ना मिलने पर बागी होकर उन्होंने आजाद चुनाव लड़ा और हार गए थे। अब इस उप चुनाव में वह फिर बीजेपी में लौट आए। पार्टी के सीनियर नेता तरुण चुघ ने उनको भाजपा में शामिल कराया। बहरहाल लापरां की भाजपा में वापसी चर्चा का विषय बनी है।

 

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