पाकिस्तान सरकार के खिलाफ बगावत से हालात लगातार हो रहे संगीन, अशांत इलाका युद्धक्षेत्र में तब्दील
चंडीगढ़, 2 अक्टूबर। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानि पीओके में प्रदर्शनकारियों पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने फायरिंग कर दी। जिसमें कम से कम 12 नागरिकों की मौत हो गई। यह पीओके में हाल के वर्षों में यह सबसे बड़ा अशांति का दौर है।
गौरतलब है कि पाक की शहबाज सरकार द्वारा 38 मुख्य मांगों को ना मानने के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन अब सेना के अत्याचारों के खिलाफ बड़े आंदोलन में बदल गया है। जिससे पूरे इलाके में कामकाज ठप हो गया है। गुरुवार को तीसरे दिन में प्रवेश करने वाले इस आंदोलन में, सरकार द्वारा अशांति को नियंत्रित करने के लिए हजारों अतिरिक्त सैनिकों को भेजने के बाद, डैडयाल में प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच झड़प हुई। मुजफ्फराबाद के अलावा, हिंसा रावलकोट, नीलम घाटी और कोटली तक फैल गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुजफ्फराबाद में पांच, धीरकोट में पांच और डैडयाल में दो प्रदर्शनकारियों को गोली मारकर मार दिया गया। कम से कम तीन पुलिसकर्मी भी मारे गए। इसके अलावा, 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। जिनमें से कई की हालत गंभीर है, ज्यादातर को गोली लगी है। जम्मू कश्मीर ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी के नेतृत्व वाले इन प्रदर्शनों ने अशांत क्षेत्र में जीवन को पूरी तरह से ठप कर दिया है। इस आंदोलन की मुख्य मांग पीओके में पाकिस्तान में रहने वाले कश्मीरी शरणार्थियों के लिए आरक्षित 12 विधानसभा सीटों को खत्म करना है। अन्य मांगों में टैक्स में छूट, आटे और बिजली पर सब्सिडी और विकास परियोजनाओं को पूरा करना शामिल है।
बता दें कि 29 सितंबर को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही बाजार, दुकानें और स्थानीय व्यवसाय बंद हैं। मोबाइल, इंटरनेट और लैंडलाइन सेवाएं भी पूरी तरह से बंद हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो में हजारों प्रदर्शनकारी पत्थर फेंकते और पुलों पर उनके मार्च को रोकने के लिए रखे गए बड़े शिपिंग कंटेनर गिराते दिख रहे हैं। अन्य शहरों में, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी होने के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाला और शासकों, सावधान रहो, हम तुम्हारी मौत हैं और कश्मीर हमारा है, हम इसका भविष्य तय करेंगे जैसे नारे लगाए।
दशकों में पहली बार है कि पीओके के नागरिक सीधे पाकिस्तानी सरकार और सेना को निशाना बना रहे हैं। पाक पीएम ने नरम रुख अपनाया, बातचीत के लिए पैनल बनाया। स्थिति तनावपूर्ण बनी है और हालात तेज़ी से बदल रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ ने कहा कि सरकार मुद्दों को सुलझाने के लिए तैयार है।
शांति की अपील करते हुए शरीफ़, जो अमेरिका यात्रा के बाद लंदन में छुट्टियां मना रहे हैं, ने सुरक्षा एजेंसियों को प्रदर्शनकारियों के साथ संयम और धैर्य बरतने का निर्देश दिया। इस बीच, यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी के प्रवक्ता नासिर अजीज खान ने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है।
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