गाजियाबाद/19 मई।
आने वाले समय में गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी। स्टेशन के सिटी साइड में बस स्टैंड बनाया जाएगा। इसके लिए 8,974 वर्ग मीटर जमीन पर रेलवे ने काम शुरू करा दिया है। यहां से शहर के हर रूट के लिए ई-बसें यात्रियों के लिए उपलब्ध होंगी। स्टेशन परिसर के ऊपर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए जाने की योजना है। 365 करोड़ के प्रोजेक्ट पर काम तेज हो गया है। सेक्शन इंजीनियर पीके पांडेय का कहना है कि पार्किंग की फाउंडेशन का काम करीब 50 फीसदी पूरा हो चुका है।
पार्किंग स्थल पर एक साथ करीब 500 वाहन खड़े हो सकेंगे। पार्किंग स्थल पर ई-वाहनों के चार्जिंग की भी सुविधा रहेगी। स्टेशन से शहर के हर रूट पर चलने वाले ई- बसों का डिस्पले स्क्रीन पर होता रहेगा।
स्टेशन पर यात्रियों को नहीं सताएगी गर्मी और सर्दी, बनेगी ग्रीन बिल्डिंग
आधुनिक रेलवे स्टेशन के निर्माण में सीमेंट और ईंट का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। ग्रीन बिल्डिंग बनेगी। यहां यात्रियों को गर्मी और सर्दी नहीं सताएगी। एसी ब्लॉक पर दीवारें बनाई जा रही हैं। इंजीनियरों का कहना है कि ईंट से एसी ब्लॉक का वजन कम होता है। इस तकनीक से बनने वाली बिल्डिंग का तापमान हमेशा सामान्य रहता है।
बेसमेंट में पार्किंग, ऊपर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और रेस्टोरेंट
बेसमेंट में पार्किंग और ऊपर की मंजिल पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट बनाने की योजना है। ट्रेन लेट होने पर यात्री यहां नाश्ता, भोजन और शॉपिंग कर सकेंगे। यात्रियों के ठहरने की भी व्यवस्था यहां रहेगी। वीआईपी लाउंज, ट्रेन की लाइव लोकेशन के लिए डिस्पले लगे होंगे। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर का यह दूसरा सबसे बड़ा स्टेशन होगा।
एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म तक जाने के लिए बनेगा वन-वे
एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन पर यात्रियों के लिए वन-वे बनेगा। एक तरफ से यात्री प्लेटफॉर्म पर जाएंगे और दूसरी तरफ से बाहर निकलेंगे। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन परिसर में 32 लिफ्ट और इतने ही एस्कलेटर लगाए जाने की योजना पर काम चल रहा है।
धोबीघाट की ओर बनेगा एक और एफओबी
सेक्शन इंजीनियर पीके पांडेय का कहना है कि धोबीघाट आरओबी के बाद यात्रियों के लिए एक एफओबी बनेगा। इससे यात्री प्लेटफॉर्म पर और बाहर जा सकेंगे। दिसंबर 2025 तक काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बिल्डिंग के नीचे बनेगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
विजयनगर साइड में बिल्डिंग के नीचे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। यहां पानी को रीसाइक्लिंग कर ट्रीट किया जाएगा। स्टेशन का पानी प्लांट में जाएगा और ट्रीट होकर वापस स्टेशन पर आएगा। जल सरंक्षण के लिए स्टेशन के दोनों ओर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाएगा।
ये होंगे निर्माण
कर्मचारियों के लिए तीन टावरों में तीन बीएचके के 96 क्वार्टर
दो यूनिट टाइप फोर एक मंजिल
टाइप फाइव का एक यूनिट
पर्किंग के ऊपर सौर ऊर्जा प्लांट
दो सौ गाड़ियों का ठहराव
दिल्ली-हावड़ा रेलखंड पर बने इस स्टेशन से रोजाना करीब 400 ट्रेनें गुजरती हैं। वहीं, 200 ट्रेनों का ठहराव होता है। करीब 80 हजार यात्री रोजाना यहां से ट्रेन पकड़ते हैं। वहीं, त्योहारी सीजन में यात्रियों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच जाती है।
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन की स्थापना 1865-66 में हुई थी।
रेलवे स्टेशन पर बनेगा सिटी बस स्टैंड, हर रूट के लिए मिलेंगी ई-बसें
Palmira Nanda
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