शुक्र है, हादसे में जानी-नुकसान नहीं, कुछ यात्री जख्मी
नई दिल्ली 17 अगस्त। एक बार फिर ट्रेन हादसा होने से राजधानी तक खलबली मच गई। यह हादसा उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ, जहां साबरमती एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के कारण 22 डिब्बे डिरेल हो गए।
न्यूज एजेंसीज और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे का शिकार हुई यह ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। गनीमत रही कि हादसे में किसी की जान नहीं गई। कुछ यात्री घायल हुए हैं। हादसा शुक्रवार देर रात 2.35 बजे कानपुर शहर से 11 किमी दूर भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच हुआ। इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्रेन का इंजन पटरी पर रखी किसी भारी चीज से टकराया। इंजन पर टकराने के निशान हैं। सबूत सुरक्षित रखे गए हैं।
वहीं, आईबी और यूपी पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। नॉर्दन सेंट्रल रेलवे के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी ने कहा कि यह तय है कि हादसा इंजन के किसी चीज से टकराने से हुआ है। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड 70 से 80 के बीच थी। एक पहिया उतरते ही प्रेशर कम हुआ। ड्राइवर ने वक्त रहते इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, जिस वजह से बड़ा हादसा होने से बच गया। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। पटरी के टुकड़े को भी देखा। आशंका जताई जा रही है कि इसी टुकड़े को पटरी पर रखा गया था, जिस वजह से ट्रेन डिरेल हुई। हादसे से पटरियां उखड़ गईं। लोहे की क्लिप उखड़कर दूर जा गिरी। रेल अफसरों के मुताबिक हादसे से 1 घंटे 20 मिनट पहले पटना-इंदौर एक्सप्रेस ट्रैक से गुजरी थी, तब तक ट्रैक सुरक्षित था। हादसे के बाद 16 ट्रेनों को रद्द किया गया। 10 ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। रेलवे का कहना है कि 24 घंटे में ट्रैक क्लियर कर देंगे।
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