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आखिर क्यों जा रहे है,नेता भाजपा में,कहीं चल तो नही रहा कोई बडा खेल

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(लुधियाना/यूटर्न 27 मार्च): भाजपा का पंजाब में कोई आधार नही है,लेकिन भाजपा की चाहत है कि वह पंजाब में पूरा खेल अपने हाथ में लेकर 13 सीटें हासिल कर लें। जिस तरह से किसान आदोंलन चल रहा है तो भाजपा को वोट मिलने का भी कोई आसार नही है,इस बात का भली भांति भाजपा को भी इलम है,यहीं कारण है कि पहले तो उसने अकाली दल पर डोरे डाले,लेकिन जब बात नही बनी तो उसने एक दम से दूसरा खेल शुरू कर दिया। पहले उसने सेंधमारी कर कांग्रेस के बडे नेताओं कैप्टन व जाखड को अपने पाले में लिये,उसके बाद भाजपा ने उन लोगों को भी आपना कमल थमा दिया,जिनको प्रत्याशी तक बनाया जा चुका था या हाई कमान में जिनके नामों की चर्चा चल रही थी,जिस प्रकार कल रवनीत बिट्टू जैसा नेता भाजपा के पाले में चला गया,उससे किसी को यकीन ही नही आ रहा था कि जिस पार्टी कांग्रेस ने उसके दादा को मुखयमंत्री बनाया,उसके पिता को मंत्री बनाया व उसके बाद उसे तीन बार का सांसद बनाया,वह नेता भी दल बदल सकता है। अभी लोग इस बात को भूले नही थे कि आज आप में भी सेंधमारी की गई,जालंधर को सांसद सुशील रिंकू व एक विधायक ने पार्टी छोड कर भाजपा का कमल थाम लिया। ऐसे क्यास लगाये जा रहे है कि आने वाले दिनों में भाजपा में जाने वाले नेताओं को चिन्नहित्त कर भाजपा बडा दाव खेल रही है। वहीं आप के नेताओं ने तो भाजपा पर आरोप लगाया कि उनको पार्टी में शामिल करने के लिये करोडों के आफर आ रहे है।
पहले आप करना चाहती थी कांग्रेस मुक्त पंजाब
विधानसभा 2022 के चुनावों में आप ने यह प्रयास किया था कि कांग्रेस मुक्त पंजाब किया जाये,ऐसा जोडतोड किया गया कि कांग्रेस के दर्जनों नेता पार्टी छोड कर आप में शामिल हो गये,जिनको आन ने टिक्ट देकर चुनाव लडाया और जीत भी हासिल की। जिसके बाद भाजपा ने वहीं रास्ता अपनाया और कांग्रेस व आप को पंजाब से बाहर करने के लिये दोनों पार्टियों में तोडफोड शुरू कर दी,जिसका प्रमाण यह हुआ कि शीर्ष नेता भाजपा के पाले में चले गये। जब आप ने सेंधमारी की थी तो उनका दावा कुछ और था,अब जब आप में भाजपा ने सेंधमारी की तो उसके दावे बदल गये और उसने भाजपा को कसूरवार ठहराते हुए आरोप लगाने शुरू कर दिये। सियासी माहिर बताते है कि अब भाजपा ने दोनों पाटियों को पंजाब की सत्ता से बाहर करने का निर्णय ले लिया है। यहीं कारण है कि सामन दाम दंड भेद अपनाये जा रहे है।
आप नेताओं ने क्या आरोप लगाये
एक तरफ आप के दो नेता सुशील कुमार रिंकू और शीतल अंगुराल आम आदमी पार्टी छोडक़र भाजपा में शामिल हो गए हैं। वहीं, अब आप के तीन विधायकों ने प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायकों का आरोप है कि उन्हें विदेशी नंबरों से फोन से आ रहे हैं। साथ ही फोन करने वाला बीजेपी में शामिल होने के लिए 25-25 करोड़ के ऑफर व पदों का लाचल दे रहा है । वहीं, इस मामले में भाजपा के सीनियर नेता विनीत जोशी का कहना है कि राज्य में आप की सरकार है। ऐसे में अगर उनके विधायक सही आरोप लगा रहे हैं तो इस मामले की जांच करवाए। बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ इससे पहले इस तरह के आरोप आम आदमी पार्टी वाले लगाते रहे हैं।
पार्टी को तोडऩे की हो रही है कोशिश
प्रेस कांफ्रेंस में आप के वरिष्ठ नेता व जलालाबाद के विधायक जगदीप गोल्डी, राजिंदर पाल कौर छीना व अमनदीप मुसाफिर मौजूद थे। उन्होंने बताया कि हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को जेल में डालने के बाद अब पार्टी के नेताओं, सांसदों व पार्षदों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। पार्टी को तोडऩे की कोशिश की जा रही है। लेकिन वह इन लालचों में नहीं आने वाली है। तीन विधायकों ने बताया कि फोन कल दिन के समय आए थे। सभी को फोन करने वाले खुद का नाम सेवक सिंह कहा था। इसके बाद उन्हें लालच दिए गए। साथ ही उनसे डिमांड पूछी गई। हालांकि तीनों ने मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को तोडऩे की कोशिश की जा रही है। हम अरविंद केजरीवाल के सिपाही है। हम कहीं न डरेंगे, ना झुकेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाबी ना मुगलों से डरे ना अंग्रेजों से। हम बीजेपी के अत्याचार के आगे झुकेंगे नहीं । इससे पहले जब आप ने लोकसभा चुनाव का प्रचार शुरू किया था, उस समय अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर सरकार गिराने के आरोप लगाए थे। साथ ही कहा था कि उनके विधायकों से संपर्क साधा जा रहा है।

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