बदलता हरियाणा : जींद में बेटी होने पर 21 गांवों को भोज कराया, यह ‘कुड़ी-मार’ कलंक के खिलाफ बड़ा संदेश

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बड़ी खुशी : शादी के 19 साल बाद पैदा हुई बेटी, खाप ने कुआं पूजन कराया, जो होता था सिर्फ बेटे की पैदाईश पर

हरियाणा, 12 अगस्त। कभी हरियाणा को कन्या भ्रूण हत्या के चलते बदनाम किया जाता था। अब इसी सूबे से लड़कियां हर क्षेत्र में, खासतौर पर खेलों में देश-दुनिया में पहचान बना रही हैं। शायद इसी से प्रेरित होकर जींद में एक परिवार ने शानदार मिसाल कायम की।

जानकारी के मुताबिक जींद के गांव थुआ में शादी के 19 साल बाद एक दंपती के घर बेटी का जन्म हुआ। संतान को तरस रहे दंपती ने उम्मीद छोड़ भाई का बेटा तक गोद लिया था। मगर, 19 साल एक महीने के बाद बिना किसी दवा लिए दंपती को संतान प्राप्ति का सुख मिला। बेटी भूमि के जन्म पर दंपती ने गांव ही नहीं, आसपास के 21 गांवों को चूल्हा न्यौता देते हुए भव्य जश्न मनाया।

आमतौर पर बेटे के जन्म पर की जाने वाली कुआं पूजन की रस्म भी की। डीजे भी चला और खुशी में परिवार और महिलाएं खूब थिरकीं। कार्यक्रम में 24 खापों के प्रधान समेत करीब आठ हजार लोग नवजात बेटी को आशीर्वाद देने पहुंचे। बेटी के पिता सुरेंद्र कालीरमण खाप के उप प्रधान भी हैं। उनका कहना है कि यह समाज के लिए संदेश भी है कि बेटी और बेटा बराबर होते हैं। सुरेंद्र के मुताबिक पत्नी कृष्णा गर्भवती होतीं थी, लेकिन कोख में बच्चा ग्रोथ नहीं कर पाता था। दूसरे-तीसरे महीने में ही गर्भपात हो जाने पर 10 से ज्यादा बार उनकी पत्नी को गर्भपात का दर्द झेलना पड़ा। जब एक साल पहले कृष्णा फिर से गर्भवती हुईं। दूसरे-तीसरे महीने तक किसी तरह की दिक्कत नहीं आई। जन्म के बाद बेटी का नाम भूमि रखा गया।

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