अचानक बाढ़ आने से मलाणा नदी में कार समेत कई वाहन बह गए
चंडीगढ़, 3 अगस्त। फिलहाल हिमालचल प्रदेश कुदरत के कहर से बेहाल है। पिछले दो दिन से भारी बारिश के चलते राज्य में कई स्थानों पर भूस्खलन होने से 400 से ज्यादा सड़कें बंद हैं।
जानकारी के मुताबिक मंडी जिले में कुल्लू-मनाली जाने वाला राजमार्ग ठप होने के साथ 174 सड़कें बंद हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के मुताबिक, चंबा में 100 से ज़्यादा सड़कें बंद हैं। ब्यास और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ आने से हमीरपुर जिले के सुजानपुर टीरा के पास नदी पर बने एक पुल के एक हिस्से में दरारें दिखीं। बाढ़ से मलाणा-टू जलविद्युत परियोजना के एक कॉफरडैम में आंशिक दरार आने आई। एक वीडियो में एक डंपर ट्रक, एक रॉक ब्रेकर और एक कार बहते हुए दिखी। राज्य में सबसे ज़्यादा बारिश ऊना में दर्ज की गई, जो पंजाब सीमा से सटे निचले पहाड़ी जिले में स्थित है। यहां सड़कों और बाजारों में पानी भर गया है।
ऊना में अगले आदेश तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। इसके साथ ही चंडीगढ़-धर्मशाला राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाढ़ की चपेट में है। राज्य में बरसात से 2 अगस्त तक 1692 करोड़ रुपये का नुकसान होने के साथ 101 लोगों की मौत हो चुकी है और 36 लापता हैं। राज्य में 1,600 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं
मंडी के पंडोह इलाके में कैंची मोड़ के पास भूस्खलन के बाद कीरतपुर-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया था। लाहौल और स्पीति में भूस्खलन से मनाली-लेह राजमार्ग अवरुद्ध हुआ।
————–