जीरकपुर 13 Mar : नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारियों द्वारा जीरकपुर में बड़े-बड़े विकास कार्यों के दावे किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी स्तर पर बात कुछ और ही निकाल कर सामने आती है। विकास कार्यों के साथ-साथ नगर कौंसिल अधिकारियों की लापरवाही भी किसी से छुपी नहीं है। इस लापरवाही की उदाहरण आज बलटाना के वार्ड नंबर 31 से सामने आई है जहां पर पिछले दिनों बारिश के पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन डालने का काम शुरू किया गया था और इसका उद्घाटन हलका विधायक द्वारा किया गया था। उस समय यह भी आदेश जारी किए गए थे के यहां पर सारा काम सावधानी के साथ किया जाए और खोदे गए गड्ढों को भी तुरंत भर दिया जाए लेकिन इसके विपरीत यहां पर खोदे गए गद्दे खुले पड़े हैं और दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं क्योंकि इन गड्ढों को भरा भी नहीं गया और इसके गिर्द रिफ्लेक्टर टेप भी नहीं लगाई गई जिसके चलते रात के समय राहगीरों को यह गड्ढे दिखाई नहीं देते और वह दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। आज यहां पर एक गड्ढे में एक्टिवा स्कूटर गिरा हुआ देखा गया है और आसपास के लोग कह रहे हैं कि नगर कौंसिल जीरकपुर के विकास के कारण यह एक्टिवा स्कूटर पाताल में उतर रहा है। अभी तक यह तो पता नहीं चल पाया कि यह स्कूटर किसका है और स्कूटर चालक को कितनी चोटें आई है लेकिन स्कूटर की हालत को देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता है के स्कूटर चालक जरूर गंभीर घायल हुआ होगा। यहां पर यह प्रश्न उठता है कि इस दुर्घटना के लिए किसकी जिम्मेदारी बनती है।
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नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी ने नहीं उठाया फोन :::
इस घटना संबंधी और अधिक जानकारी लेने के लिए जब नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी अशोक पथरिया को फोन किया तो उन्होंने फोन काट दिया।
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क्या कहना है नगर कौंसिल जीरकपुर के जेई अमनदीप सिंह का ::::
इस संबंधी बात करते हुए नगर कौंसिल जीरकपुर के जेई अमनदीप सिंह ने कहा कि हम उतनी ही खुदाई करवाते हैं जितनी में पाइप डालना हो और हम पाइप डालने के बाद गड्ढे को तुरंत मिट्टी डालकर बंद कर देते हैं। यहां पर यह सवाल उठता है कि अगर पाइप डालने के बाद गड्ढे में तुरंत मिट्टी डाल दी जाती है तो यह गड्ढा किसने खुला छोड़ा है? इस गड्ढे के चारों ओर लोगों की सेफ्टी के लिए रिफ्लेक्टर टेप क्यों नहीं लगाई गई? यहां पर हुई दुर्घटना के लिए कौन जिम्मेदार है?