सब हेडिंग —

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

घर का जोगी जोगड़ा, बाहर का जोगी साधु जैसे हालात

लुधियाना 27 मार्च। लुधियाना टेक्सटाइल इंडस्ट्री के मामले में अपनी खास पहचान रखता है। इसके बावजूद पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार इस तरफ तवजो नहीं दे रही है। दूसरी तरफ यूपी की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अहम फैसला लिया गया है। कभी टेक्सटाइल के लिए मशहूर कानपुर शहर में अब टेक्सटाइल पार्क बनाया जा रहा है। लेकिन होजरी और टेक्सटाइल का हब माने जाते लुधियाना में ऐसा कोई पार्क बनाने के लिए पंजाब सरकार को कोई वीजन ही दिखाई नहीं दे रहा है। जिस कारण लगातार इसे लेकर इंडस्ट्री में रोष पाया जा रहा है। हालांकि पंजाब की आर्थिक राजधानी भी लुधियाना है। इसके बावजूद सरकार द्वारा अपने बजट 2025 में टेक्सटाइल इंडस्ट्री को कोई राहत नहीं दी है। इस मामले में घर का जोगी जोगड़ा, बाहर का जोगी साधु की कहावत सही बैठती है। यानि कि अपने ही राज्य में होजरी इंडस्ट्री को सरकार पूछ नहीं रही और दूसरे राज्यों की सरकारें उद्योग को आगे बढ़ाने में हर संभव प्रयास कर रही है।

आगे जाकर सरकार को झेलना पड़ सकता है नुकसान
वहीं, कानपुर में टेक्सटाइल मशीनरी पार्क बनने पर अपने फायदे को देखते हुए इंडस्ट्री का रुख उसी तरफ होगा। ऐसे में होजरी के लिए हब माने जाते लुधियाना के कारोबारियों को भी उसी तरफ जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। लेकिन इससे सरकार आर्थिक रुप

से काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। लोगों की माने तो अगर सरकार द्वारा अब कोई एक्शन न लिया तो आने वाले समय में इसकी खमियाजा झेलना पड़ सकता है।

पंजाब को वैल्यू नहीं, दूसरी स्टेट को है
वहीं कारोबारियों का कहना है कि पंजाब सरकार को अपने ही होजरी उद्योग, जिसने पूरी दुनिया में नाम कमाया। उसकी वैल्यू नहीं है और दूसरी स्टेट की सरकारों द्वारा होजरी उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि पंजाब के पास पुराना तजर्बा है और रिसर्च की हुई है। फिर भी सरकार इस पर कोई हल नहीं निकाल रही। जबकि यूपी के पास न तो रिसर्च है और न ही उनके पास एक्सपर्ट्स है, लेकिन वे फिर भी कोशिशें कर रही है।

250 करोड़ इंसेंटिव देकर लूट रहे वाहवाही
पंजाब सरकार द्वारा अपने बजट में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 250 करोड़ रुपए इंसेंटिव रखकर ही वाहवाही लुटी जा रही है। लेकिन इससे इंडस्ट्री कोई खास खुश नजर नहीं आ रही। इंडस्ट्री का कहना है कि सरकार को इंसेंटिव को एक साइड़ रखकर बड़े कदम उठाने और दूरअंदेशी सोच रखने की जरुरत है।

स्पेशल टीम की जाए गठित
गोल्ड स्टोन के मालिक रुपेश जैन ने कहा कि पंजबा सरकार तक हमारी आवाज ही नहीं पहुंच पा रही। सरकार को चाहिए कि एक स्पेशल टीम गठित की जाए, जो टेक्सटाइल व होजरी इंडस्ट्री की समस्याएं सुनकर सरकार तक पहुंचाए। लुधियाना होजरी का हब है और यहां पर मशीनरी में भी लोगों को बड़ा तर्जबा है। लोग खुद हाथों से मशीनरी बनाते है और स्टील का भी हब है। ऐसे में यहां मशीनरी तेजी से बन सकती है। सरकार को इस पर ध्यान देने की जरुरत है।

टेक्सटाइल पार्क बनाना समय की जरुरत
गमसा के चेयरमैन राम कृ

ष्ण ने कहा कि सरकार को पता है कि लुधियाना टेक्सटाइल हब है। ऐसे में इंडस्ट्री को प्रोत्साहन देने के लिए अहम कदम उठाए जाने चाहिए। केंद्र सरकार द्वारा टेक्सटाइल पार्क बनाने के लिए पंजाब सरकार को कहा था। लेकिन फिर बी नहीं बन सका। मगर अब पार्क बनाना मौके की जरुरत है। गमसा द्वारा डिमांड की जाती है कि टेक्सटाइल पार्क के साथ साथ एग्जीबिशन सेंटर भी बनाए जाए। ताकि एसोसिएशनों का करोड़ों रुपया खराब होने से बच सके।

आने वाली जनरेशन के लिए खतरा
गमसा के प्रधान गुरप्रीत सिंह केपी ने कहा कि पंजाब में पार्क न बनना और कानपुर सरकार

द्वारा मशीनरी पार्क बनाना. यह चिंता की बात है। घर की मूंगी दाल बराबर हुई पड़ी है। अपने ही घर में सरकार अपने ही कारोबारियों को पूछ नहीं रही और दूसरी स्टेट द्वारा बुलाया जा रहा है। यह आने वाली जनरेशन के लिए बड़ा खतरा है। क्योंकि आज अगर कानपुर में मशीनरी पा

र्क बन रहा है तो कल को वहां टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स भी तैयार होने लगेगें। जिस कारण यह बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।

समझ नहीं आ रहा खुश हुए या नहीं
वहीं कारोबारी अमित जैन ने कहा कि समझ नहीं आ रहा कि वे खुश हो या नहीं। क्योंकि खुशी इस बात की है कि आखिर भारत में किसी भी स्टेट की सरकार ने टेक्सटाइल पार्क बनाने की सोची तो सही, लेकिन गम इस बात का है कि हब होने के बावजूद पंजाब पीछे रह रहा है। पंजाब की इनकम का मेन सोर्स होजरी व स्टील ही है। पार्क बनने से इंडस्ट्री को बुस्ट भी मिलेगी।

Leave a Comment