पारिवारिक समारोह में आए डॉ.मनमोहन गए थे कांग्रेस जिला प्रधान जगमोहन के निवास पर
लुधियाना 27 दिसंबर। भूतपूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन की औद्योगिक नगरी लुधियाना से गहरी यादें जुड़ी हैं। उनकी इस शहर में नजदीकी रिश्तेदारी है। साथ ही उनके यहां कांग्रेसियों के अलावा बुद्धिजीवियों, नामी उद्यमियों से भी नजदीकी रिश्ते रहे। सादगी की मिसाल कहलाने वाले विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ.मनमोहन संयोग से साल 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बनने से चंद दिनों पहले शहर में ही मौजूद थे।
तब वह अपनी रिश्तेदारी में एक विवाह समारोह में शिरकत करने आए थे। तब कांग्रेस शहरी जिला कमेटी के प्रधान जगमोहन शर्मा थे। उनके साथ पार्टी के जिला कोषाध्यक्ष केके गर्ग रेलवे स्टेशन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ.मनमोहन सिंह को ट्रेन पर रिसीव करने के बाद सर्किट हाउस लेकर गए थे। उसी दौरान जगमोहन उनको अपने निवास पर सादर डिनर के लिए ले गए थे। बेशक शर्मा आज कांग्रेस में नहीं, लेकिन वह उसकी वक्त की यादगार तस्वीर को आज भी संयोए हुए हैं। वह कहते हैं कि डॉक्टर मनमोहन ऐसे शख्स थे, जिनकी पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के नेता हमेशा से कद्र करते थे।
वरिष्ठ उद्यमी केके गर्ग भी डॉ.मनमोहन की सादगी के कायल रहे। वह याद करते हुए बताते हैं कि जब पीएम बनने से पहले डॉ.मनमोहन शहर में आए थे तो उनको हम लोगों ने स्टेशन पर रिसीव किया था। तब उन्होंने कुली को महज 10 20 देने के लिए हमें रोक दिया था और खुद पेमेंट किया था। हद यह है कि वह खामोशी से हर काम करना चाहते थे। इसीलिए अपने निजी दौरे के दौरान उन्होंने ज्यादातर वक्त रेस्टोरेंट से खाना नाश्ता मंगवाया। पार्टी के नेताओं-वर्करों को वह कभी तकलीफ देने के कायल नहीं थे।
यहां गौरतलब है कि शर्मा और गर्ग बाद में डॉ.मनमोहन के पीएम बनने पर उनसे दिल्ली मिलने गए थे। तब भी उनकी सादगी यादगार बनी। पीएम बन जाने के बावजूद इन दोनों कांग्रेसी नेताओं ही नहीं, बल्कि उनके ड्राइवर से भी मिले थे। जिसकी चंद दिनों ड्राइविंग करते हुए लुधियाना में उनसे निजी दौरे के दौरान बातचीत हुई थी। फिर पीएम रहते जब डॉ.मनमोहन लुधियाना में अपोलो अस्पताल का उद्घाटन करने आए थे। तब भी साहनेवाल में कांग्रेस की ओर से रखे कार्यक्रम में तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ शामिल हुए थे। जहां कांग्रेस प्रदेश प्रधान शमशेर सिंह दूलों, जिला प्रधान जगमोहन शर्मा और मलकीत सिंह दाखा समेत अन्य पार्टी पदाधिकारियों से बेहद आत्मीयता से मिले थे।
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