पंजाब/यूटर्न/23 नवंबर: नेता प्रतिपक्ष के चुनाव की कवायद में एक महीना से उलझी कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। जिन नेताओं को लेकर पहले से चर्चा चल रही है, उनमें से अभी तक कोई नाम सिरे नहीं चढ़ा है, अलबत्ता विधानसभा में सबसे वरिष्ठ और सात बार के विधायक रघुबीर कादियान का नाम इस सूची में जरूर शामिल हो गया है। चर्चा है कि इसके पीछे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा गुट की रणनीति है। 20 साल में ऐसा पहली बार हो रहा कि हरियाणा को नेता प्रतिपक्ष के लिए इतना लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इसका मुखय कारण पिछले तीन चुनाव में कांग्रेस को लगातार मिली हार है।
अशोक अरोड़ा के नाम पर हाईकमान नहीं सहमत
हरियाणा में आठ अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम जारी हुए थे। 17 अक्टूबर को हरियाणा सरकार का गठन हुआ था। नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने 18 अक्टूबर को चार पर्यवेक्षक भेजे थे, लेकिन विधायक दल की बैठक में हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया गया। वहीं, नेता प्रतिपक्ष के नाम पर हुड्डा गुट से गैर जाट चेहरा अशोक अरोड़ा का नाम तेजी से चल रहा है।कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, हाईकमान उनके नाम पर सहमत नहीं है। सबसे बड़ा कारण है कि वह लंबे समय से चौटाला परिवार से जुड़े रहे हैं। वे 2019 में उस समय आईएनएलडी छोडक़र कांग्रेस में आए, जब पार्टी में पूरी तरह बिखराव हो चुका था। वे कांग्रेस में आने के बाद पहली बार विधायक बने हैं।
चंद्रमोहन बिश्नोई के साथ निगेटिव पॉइंट ज्यादा
इस पद के लिए चंद्रमोहन बिश्नोई के नाम पर भी चर्चा हुई। हाईकमान को पक्ष और विपक्ष दोनों कारण बताए गए। चंद्रमोहन के निगेटिव पॉइंट ज्यादा हैं। वह पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे हैं, जो विधायक मैनेज करने के लिए जाने जाते थे। चंद्रमोहन के छोटे भाई कुलदीप बिश्नोई बीजेपी में हैं। वहीं, हुड्डा भी चंद्रमोहन के नाम से अंदरखाते असहमत हैं। चंद्रमोहन चुनावों के दौरान खुलकर सांसद कुमारी सैलजा को सीएम बनाने की पैरवी वाले बयान दे चुके हैं। ऐसे में चंद्रमोहन को नेता प्रतिपक्ष बनाने से कांग्रेस हाईकमान पीछे हट सकता है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम भी रेस में, पर दावेदारी कम
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम भी रेस में बताया जा रहा है, मगर उनकी दावेदारी सबसे कम बताई जा रही है। इसका कारण है कि भूपेंद्र हुड्डा 2019 से 2024 तक नेता प्रतिपक्ष बन चुके। विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व सीएम हुड्डा ने दावा किया था कि महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बाद नेता प्रतिपक्ष का ऐलान किया जाएगा। अब दोनों राज्यों में चुनाव हो चुके हैं और शनिवार को परिणाम भी आ रहा है।
अनुभवी नेता रघुबीर कादियान को मिल सकता है चांस
हरियाणा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में नया चेहरा शामिल हो गया है। पार्टी के सबसे अनुभवी नेताओं में शामिल रघुबीर कादियान (80) का नाम सामने आ रहा है। कांग्रेस हाईकमान पार्टी में चल रही गुटबाजी के बीच सीनियर और अनुभवी नेता पर दांव खेल सकती है। इसकी घोषणा 24 नवंबर तक हो सकती है।
————–
20 साल में पहली बार, हरियाणा को नेता प्रतिपक्ष के लिए करना पड़ रहा लंबा इंतजार
Kulwant Singh
👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं