गाजियाबाद/ 31 मई।
नौतपा की 44 डिग्री सेल्सियस की प्रचंड गर्मी ने बृहस्पतिवार को शहर में चार दिन की मासूम समेत चार लोगों की जान ले ली। इनमें से तीन ने अस्पताल के रास्ते में दम तोड़ा। इन तीन में से दो लू लगने से बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़े थे, जबकि चार दिन की बच्ची की तबीयत घर पर बिगड़ी। चौथा शख्स अस्पताल में भर्ती था। उपचार के दौरान मौत हो गई।
इस गर्मी में यह पहली बार है जब एक ही दिन में शहर में चार लोगों की जान गई है। इससे पहले लू से लोगों के बेहोश हो जाने और उल्टी-दस्त लग जाने के मामले आ रहे थे। नौतपा लग जाने के बाद लू लग जाने से तबीयत बुरी तरह बिगड़ जाने के केस बढ़ गए हैं।
चार लोगों की मौत हो जाने के बारे में सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार का कहना है कि किसी भी मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल सकता है। बिना जांच किए गर्मी या लू से मौत की पुष्टि नहीं की जा सकती है। हालांकि, गर्मी बहुत ज्यादा है। ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
अस्पताल के रास्ते में तोड़ा नवजात ने दम
गर्मी की वजह से जान गंवाने वालों में चार दिन की नवजात भी है। एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पीले क्वार्टर निवासी नौशाद की बेटी शायदा को बुधवार को दोपहर में तेज गर्मी की वजह से सांस लेने में परेशानी हुई। परिवार के लोग पास के डॉक्टर के पास ले गए। हालत गंभीर थी। डॉक्टर की सलाह पर बच्ची को एमएमजी जिला अस्पताल ला रहे थे। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
अचानक बेहोश होकर गिरा युवक, एंबुलेंस में तोड़ा दम
शिब्बनपुरा निवासी अनिल कुमार (40) किराना मंडी में नौकरी करते थे। वह बुधवार दोपहर किसी का सामान पहुंचाने के लिए जा रहे थे। परिवार के लोगों ने बताया कि गौशाला फाटक के पास पहुंचते ही उन्हें अचानक चक्कर आया और फिर बेहोश होकर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने कॉल करके एंबुलेंस को बुलाया। एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है।
नौ दिन उपचार चलने के बाद टूट गई सांस
संयुक्त अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनोद चंद्र पांडेय ने बताया कि गर्मी लगने से पटेलनगर निवासी ललित कुमार को उल्टी-दस्त हो गए थे। तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग 21 मई को अस्पताल ले आए। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए भर्ती किया गया। तबीयत में सुधार नहीं हो रहा था। उन्हें बुखार भी लगातार बना हुआ था। बुधवार की सुबह उनकी मौत हो गई।
गर्मी से चक्कर आया, सड़क पर गिरे और टूट गई सांस
राजनगर सेक्टर-10 के चौराहे पर दोपहर में लोगों ने देखा कि 55 वर्षीय शख्स को अचानक से चक्कर आया। वह सड़क पर गिर पड़े और बेहोश हो गए। आसपास के लोगों ने एंबुलेंस को बुलाया। उन्हें संयुक्त अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। उनकी जेब से मिले पहचान पत्र से उनकी पहचान राजू (50) के रूप नें हुई। पहचान पत्र पर घर का पता नहीं था।
उल्टी-दस्त के 90 मरीज
आए, 30 किए गए भर्ती
माई सिटी रिपोर्टर
गाजियाबाद। गर्मी से अब उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। बृहस्पतिवार को एमएमजी अस्पताल 60 व संयुक्त अस्पताल में 30 मरीज इलाज कराने पहुंचे थे। इनमें से 25 मरीजों को भर्ती किया गया, जबकि अन्य मरीज ओपीडी में दवाई लेकर या ग्लूकोज चढ़वाने के ढाई से तीन घंटे के बाद घर चले गए।
एमएमजी के फिजिशियन डॉ. संतराम वर्मा ने बताया कि उनकी ओपीडी में छह सौ से सात सौ मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं। अधिकांश मरीजों को उल्टी-दस्त के अलावा पेट में दर्द, बेचैनी, थकान और अनिंद्रा की परेशानी हो रही है। शरीर में पानी की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन हो रही है।
सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में 1510 मरीजों का पंजीकरण हुआ था। इनमें 787 महिलाएं, 462 पुरुष और 261 बच्चे थे। 249 मरीजों में बुखार की परेशानी थी, जबकि सात सौ गर्मी के कारण बीमार हुए थे।
संयुक्त अस्पताल के सीएमएस डॉ. विनोद चंद्र पांडेय ने बताया कि अस्पताल में 910 मरीजों का पंजीकरण हुआ था। इनमें 374 महिलाएं, 286 पुरुष और 71 बच्चे थे। 200 लोग बुखार से बीमार थे, जबकि 35 लोगों को उल्टी-दस्त से बीमार थे।