दुनिया की सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने नवंबर 2025 में तीन साल की सबसे बड़ी गिरावट देखी है। इसका बड़ा कारण हैवी सेलिंग और बढ़ते ETF आउटफ्लो को माना जा रहा है। नवंबर में अभी तक बिटकॉइन 21% से ज्यादा गिर चुका है, जो जून 2022 वाले क्रैश के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। अक्टूबर की शुरुआत में बिटकॉइन की कीमत करीब $1,26,000 थी, लेकिन नवंबर के आखिर तक ये $81,000 से नीचे आ गया। यानी एक महीने में लगभग 33% की गिरावट।
सिर्फ बिटकॉइन ही नहीं, कई ऑल्टकॉइन भी बुरी तरह टूट गए, जिससे पूरे क्रिप्टो मार्केट में पैनिक फैल गया। नवंबर महीने में ETFs की हालत भी खराब रही। ब्लैकरॉक का बिटकॉइन ट्रस्ट (IBIT) सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जिसमें अकेले नवंबर में करीब $3 बिलियन का आउटफ्लो देखा गया। एक दिन में ही $523 मिलियन की विथड्रावल रिकॉर्ड की गई।
स्पॉट बिटकॉइन ETFs से लगभग $3 बिलियन और Ethereum ETFs से $1.79 बिलियन निकाले गए। एक बड़े निवेशक द्वारा $1.3 बिलियन की सेलिंग, कमजोर जॉब डेटा, फेड की रेट कट उम्मीदों में कमी और टेक व एआई सेक्टर में उनसेरटेनिटी ने भी सेंटीमेंट खराब किया हालांकि गिरावट के बीच पिछले हफ्ते बिटकॉइन ETFs में $238 मिलियन और Ethereum ETFs में $55.7 मिलियन इनफ्लो दिखा, जिससे ये संकेत मिला कि कुछ लोग इस दिप को खरीदने का मौका मान रहे हैं। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसी गिरावटें लांग -टर्म इन्वेस्टर्स के लिए ओप्पोर्तुनिटी बन सकती हैं।
