सरकार की साइबर सिक्योरिटी एजेंसी कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम ने गूगल क्रोम इस्तेमाल करने वालों को एक बड़ा और सीरियस अलर्ट दिया है। ये अलर्ट नवंबर 2025 में जारी हुआ है और इसे हाई सेवरिटी कैटेगरी में रखा गया है। यानी अगर आप क्रोम का पुराना वर्ज़न इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपका सिस्टम हैक होने का रिस्क काफी ज़्यादा है।
हैकर्स कर सकते हैं सिस्टम कंट्रोल
कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम के मुताबिक, अगर हैकर्स ने इस सिक्योरिटी कमी का गलत इस्तेमाल किया, तो वो दूर बैठे-बैठे ही आपके लैपटॉप या कंप्यूटर में कोड चला सकते हैं। इससे आपका पूरा डेटा, फाइलें, फोटो, पासवर्ड और अकाउंट्स हैक हो सकते हैं।
सरकार ने बताया है कि गूगल क्रोम के कुछ पुराने वर्ज़न में V8 जावा स्क्रिपट इंजन से जुड़ी बड़ी कमजोरियां मिली हैं। इन कमियों को कन्फूशन कहा जाता है। हैकर्स इसे तभी यूज़ कर पाएंगे जब वे यूज़र से किसी स्पेशल वेबपेज या गलत लिंक पर क्लिक करवाएं। यानी एक गलत क्लिक और सिस्टम हैकर्स के कंट्रोल में जा सकता है। कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम का कहना है कि जो लोग क्रोम का पुराना वर्ज़न चला रहे हैं, चाहे विंडोज हो, macOS हो या Linux—सभी खतरे में हैं।
