हर सोमवार गुलाबगढ़ रोड पर लगने वाली धार्मिक मंडी से पैदा हो रहे जाम, अव्यवस्था और कूड़ा जलाने से वातावरण में फैल रहे धुएं को लेकर स्थानीय लोगों की बढ़ती शिकायतों के बाद नगर काउंसिल ने सोमवार सुबह बड़ी कार्रवाई की। काउंसिल अध्यक्ष अशू उपनेजा के निर्देश पर काउंसिल की कब्जा-रोधक टीम मौके पर पहुंची और सड़क किनारे लगाए गए मंझे, फड़ियां और रेहड़ियां हटवा दीं। कार्रवाई के दौरान मंडी प्रबंधकों और काउंसिल टीम के बीच खूब तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली।
काउंसिल ने स्पष्ट किया कि धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए भी जनता को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। अध्यक्ष अशू उपनेजा ने कहा कि मंडी को लोगों की मुसीबत नहीं बनने दिया जाएगा। सड़क किनारे फड़ियां लगाने की अनुमति किसी भी हाल में नहीं दी जाएगी। उन्होंने मंडी प्रबंधकों को चेताया कि सड़क कब्जा रोकने के लिए आगे भी इसी तरह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
कूड़ा जलाने पर 10 हजार का जुर्माना, मंडी प्रबंधन पर उठे सवाल
बीते सोमवार मंडी खत्म होने के बाद पॉलीथिन और कूड़े को आग लगाने की तस्वीरें वायरल होने पर नगर काउंसिल ने संबंधित धार्मिक संस्था पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। इसके बाद मंडी प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर और भी बड़े सवाल उठ खड़े हुए हैं।
धार्मिक संस्था के कुछ सदस्यों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मंडी चलाने वाली संस्था न तो रजिस्टर्ड है और न ही कई वर्षों से इसमें चुनाव हुए हैं। उनका दावा है कि कुछ चुनिंदा लोगों ने संस्था पर कब्जा कर रखा है और मंडी तथा धार्मिक स्थल से लाखों रुपये की आमदन होती है, लेकिन हिसाब-किताब पारदर्शी नहीं। जो भी सदस्य सवाल उठाता है, उसे संस्था से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।
गुलाबगढ़ रोड से सटी कॉलोनियों के निवासियों—बलदीप कौर, रजिंदर सिंह, जस्करण सिंह, गुरप्रीत कौर, नाथ सिंह, सुनीता रानी, रीटा कपूर, बलबीर सिंह व अन्य ने नगर काउंसिल की कार्रवाई का स्वागत किया। उन्होंने स्पष्ट मांग रखी कि इस स्थान पर मंडी की जगह एक सुंदर हराभरा पार्क विकसित किया जाए, ताकि आसपास के लोग सुबह-शाम टहलने और बच्चों को खेलने के लिए सुरक्षित स्थान पा सकें।
