केंद्र सरकार ने पुराने 29 लेबर लॉज को मिलाकर 4 नए लेबर कोड बनाए हैं और ये अब लागू हो गए हैं। इन नए नियमों से लाखों कर्मचारियों और मजदूरों को फायदा मिलेगा। इसका मकसद है रूल्स को आसान बनाना और मजदूरों को ज़्यादा प्रोटेक्शन देना।
1 साल में मिलेगी ग्रेच्युटी
पहले ग्रेच्युटी पाने के लिए कम से कम 5 साल काम करना जरूरी था, लेकिन अब सिर्फ 1 साल काम करने पर भी ग्रेच्युटी मिलेगी। इसके अलावा ग्रेच्युटी की लिमिट भी बढ़कर 20 लाख रुपए हो गई है, जो पूरी तरह टैक्स फ्री रहेगी। एम्प्लॉयर्स को ग्रेच्युटी 30 दिन में देना जरूरी है, नहीं तो 10% सालाना ब्याज देना पड़ेगा।
ओवरटाइम का डबल पैसा
अब अगर कोई वर्कर 9 घंटे से ज़्यादा या हफ्ते में 48 घंटे से ज़्यादा काम करता है, तो उसे ओवरटाइम का डबल रेट मिलेगा। पहले ऐसा नहीं था, इसलिए ये बदलाव मजदूरों के लिए फायदेमंद है। अब हर 20 दिन काम पर 1 दिन की पेड लीव मिलेगी। मैटरनिटी लीव बढ़ाकर 26 हफ्ते कर दी गई है और पहली बार पैटरनिटी लीव 15 दिन भी जोड़ी गई है। अब सोशल सिक्योरिटी के तहत स्विगी-ज़ोमैटो डिलीवरी बॉय, उबर ड्राइवर्स जैसे गिग वर्कर्स को भी इंश्योरेंस, हेल्थ बेनिफिट्स और सिक्योरिटी मिलेगी। इन नए नियमों से कर्मचारियों की कमाई, सुरक्षा और हक़ बढ़ेंगे।
