(लुधियाना/30 अप्रैल): कांग्रेस में इस समय साडसत्ति चल रही है,उसके सितारे गर्दिश में धंसते नजर आ रहे है। पार्टी में टूट लगातार जारी है और जिनको पार्टी ने लोकसभा चुनावों में उमींदवार बनाया है,उनका विरोध लगातार जारी है। कोई नेता अपनी बदजुबानी के लिये माफी मांग रहा है तो कोई नेता पार्टी छोड कर भाजपा का कमल थाम रहा है। सबसे पहले बात करते है लुधियाना के कांग्रेस के उमीदवार राजा वडिंग की पत्नी अमृता वडिंग की। बेशक आज उन्होने माफी मांग ली लेकिन जब उनकी जुबान फिसली थी तो उन्होने गुरू नानक देव जी के हाथ को कांग्रेस का पंजा बोल दिया था। अमृता वार्डिंग के कांग्रेस के चुनाव चिन्ह को लेकर बयान दिया था कि मैं गुरुओं के पंजे के लिए वोट मांगने आई हूं, गुरु नानक देव जी का भी पंजा था और कांग्रेस ने भी पंजा चुना, अमृता वार्डिंग के इस बयान को लेकर सिखों में काफी रोष पाया जा रहा है। एसजीपीसी से लेकर अकाली दल ने इसका कडा विरोध किया व चुनाव कमिश्र तक इसकी शिकायत की गई थी। कांग्रेस को नुकसान ना हो इस लिये आज उन्होने माफी मांग कर अपनी गलती सुधारी। अमृता ने कहा कि उनकी ऐसी मंशा नही थी कि वह कांग्रेस को गुरूओं के बराबर बताये।
दलवीर गोल्डी ने छोडी कांग्रेस
संगरूर से लोक सभी टिकट के चाहवान दलवीर सिंह गोल्डी ने आज कांग्रेस के सभी पदो से अस्तीफा दे दिया है। जबकि इससे पहले जब खेहरा को कांग्रेस ने अपनी उमीदवार बनाया था तो गोल्डी ने खुद चुनावी सभा करवा कर उनका समर्थन करते कहा था कि वह खेहरा को जिता कर ही संगरूर से भेजेगें। ज्ञात रहे कि गोल्डी संगरूर की धूरी सीट से विधायक रहे हैं। पिछली बार वे भगवंत मान से चुनाव हार गए थे। इसके बाद उन्होंने संगरूर से लोकसभा उपचुनाव लड़े लेकिन हार गए थे। उन्होंने पंजाब कांग्रेस के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग को 3 लाइन का इस्तीफा भेजकर लिखा कि मैं पंजाब की कांग्रेसी लीडरशिप से नाराज होकर जिला प्रधान संगरूर और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। वहीं गोल्डी ने सोशल मीडिया पर लिखा- भरे मन से यह फैसला ले रहा हूं। मेरा परिवार, रिश्तेदार और निजी तौर पर जानने वालों को अच्छी तरह से पता है कि मेरे लिए यह फैसला कितना मुश्किल है।
चंडीगढ में ओम प्रकाश सैणी ने कांग्रेस छोडी
जबसे मुनीष तिवारी को चंडीगढ से उमीदवार ऐलाना गया है,तभी से कांग्रेसी नेताओं ने कांग्रेस से दूरीयां बना ली है। इसी क्रम में पहले तीन दर्जन नेता भाजपा का कमल थाम बैठा है और आज चंडीगढ के एक और नेता व नगर निगम चुनाव की वार्ड नंबर 9 के प्रत्याशी ओम प्रकाश सैनी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने एक बयान जारी कर भाजपा को आडे हाथ लेते कहा कि भाजपा चंडीगढ़ में बेहद घबराई हुई है और मुद्दों से दूर है, क्योंकि शहर के मुद्दों को हल करने में पिछले दस वर्षों में अपनी निराशाजनक विफलता के लिए भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है।
बीजेपी की नीतियों को देख हो रहे शामिल
चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने कहा कि कांग्रेस को तो हर बार झूठी कहानी बनाने की आदत है। जो लोग पार्टी छोडक़र बीजेपी में शामिल हो रहे हैं वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को देखकर शामिल हो रहे हैं क्योंकि देश आज तरक्की कर रहा है। भ्रष्टाचारी जेल के अंदर जा रहे हैं इसलिए जहां भी वह जा रहे हैं अपने किए पिछले काम पर वोट मांग रहे हैं।