(पंजाब/24 अप्रैल): पंजाब पुलिस के एडीजीपी गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने नौकरी छोड़ दी है। उन्होंने 30 साल की नौकरी के बाद वीआरएस ली है। उन्होंने खुद इसकी पुष्टि कीऔर कहा कि वह खुद को पिंजरे से आजाद महसूस कर रहे हैं। गुरिंदर सिंह ढिल्लों 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। ऐसी भी चर्चा है कि वह किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो सकते हैं और लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन वह कुछ भी बोलने से बचते रहे। राजनीति में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा था कि उनका परिवार फैसला करेगा। गुरिंदर सिंह ढिल्लों की तरफ से वीआरएस लेने के लिए जो फाइल सरकार को भेजी गई थी, उसमें अपनी सेहत ठीक न होने का हवाला दिया गया था। पता चला है कि इसी साल मई महीने में वह रिटायर होने वाले थे। इससे पहले उन्होंने वीआरएस ले ली है। ढिल्लों ने कहा कि उन्होंने 30 साल की सर्विस पूरी कर ली थी। 58 साल की उम्र हो गई थी। ऐसे में मैंने अपने राइट को फ्रेंचाइज किया है। उनका कार्यकाल काफी शानदार रहा है। आतंकवाद की लड़ाई लड़ी है। मैं अपने दायरे में रहकर जो देश के लिए कर सकता है वह मैंने किया है। सभी का धन्यवादी हूं। सेकेंड इनिंग बारे में उन्होंने कहा कि मैं अब आजाद महसूस कर रहा हूं। पता नहीं किस्मत कहां ले जाती है। ढिल्लों ने कहा कि उन्होंने 34 साल मैं जो तजुर्बा हासिल किया है, वह उसे अपने और किसी अन्य के लिए प्रयोग करूंगा। उन्होंने बताया कि जहां राजनीति पर जाने के सवाल है, यह काफी मुश्किल सवाल है। उन्होंने कहा कि उनकी फैमिली इस काम के लिए परमिशन देती है या नहीं, इसी पर सब निर्भर करेगा। ज्ञात रहे कि एिल्लों पहले अधिकारी नही जिन्होने वीआरएस ली है। इससे पहले आईएएस अधिकारी परमपाल कौर ने भी वीआरएस ली थी। इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली। पार्टी ने उन्हें बठिंडा से उंमीदवार भी बनाया है। इसी तरह साल 2015 बैच के आईएएस अधिकारी करनैल सिंह ने भी अपना इस्तीफा सरकार को भेजा गया था। वह कपूरथला के डीसी रह चुके हैं, लेकिन कई दिनों से तैनाती न मिलने से नाराज चल रहे थे। उनकी कुछ समय बाद ही रिटायरमेंट बताई है।
पंजाब पुलिस के एडीजीपी गुरिंदर ढिल्लों ने सरकारी नौकरी छोडी,कहा पिजरे से आजाद हुआ
Palmira Nanda
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