(दिल्ली/23 अप्रैल): एयरपोर्ट पर एक शखस से बैग से अजीबोगरीब आवाज आई। सुरक्षा कर्मियों ने चेकिंग की तो उन्हें शक हुआ। इसके बाद कस्टम अधिकारियों ने बैग खोला तो अंदर का नजारा देखकर उनकी सांसें सूख गई, क्योंकि उनकी आंखों के सामने ‘मौत’ थी, जो एक झपटा मारकर उनकी जान ले सकती थी। जी हां, बैग के अंदर 5 से 7 फीट लंबे पीले रंग के एनाकोंडा थे, जिन्हें देखकर कस्टम अधिकारियों के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत स्नेक कैचर को बुलाकर पेपर में लपेट कर बैग के अंदर रखे गए एनाकोंडा निकलवाए और जब्त किए। बैग लेकर आए शखस को पुलिस से गिरफतार कर लिया है। वह बैंकॉक से एनाकोंडा लेकर आया। क्यों और किसे सप्लाई करने थे? यह जानने के लिए आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
भारत में वन्य प्रणियों की तस्करी अपराध
रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक पैसेंजर 10 एनाकोंडा लेकर बैंकॉक से लैंड हुआ था। उसे जानवरों की तस्करी मामले में गिरफतार कर लिया गया है। बेंगलुरु कस्टम डिपार्टमेंट ने अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट करके मामले की जानकारी दी। कस्टम अधिकारियों ने बताया कि देश में वन्य जीवों की तस्करी करना अपराध है। दुनियाभर में एनाकोंडा जैसे खतरनाक जानवर को इधर से उधर ले जाना अपराध है, लेकिन एक शखस बैंकॉक से 10 एनाकोंडा लेकर भारत तक पहुंच गया। पुलिस मामले की गहन जांच करेगी कि आखिर वह एनाकोंड किससे लेकर आया? क्यों लेकर आया और किसे डिलीवर करने थे? क्या वह वाइल्ड लाइफ ट्रैफिकिंग गैंग का हिस्सा है?
अपने शिकार को जकडक़र ही मार देते
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीले रंग के विशालकाय एनाकोंडा नदी नालों में रहते हैं और ये 5 से 7 फीट लंबे हो सकते हैं। पराग्वे, बोलिविया, ब्राजील, उत्तर-पूर्वी अर्जेंटीना और नॉर्थ उरुग्वे में यह एनाकोंड पाए जाते हैं। यह दुनिया के विशालकाय एनाकोंडा और अजगरों की प्रजाति से हैं, लेकिन हरे रंग के एनाकोंडा से छोटे होते हैं। यह अपने शिकार को जकडक़र मार देते हैं। इनका वजन आमतौर पर 25 से 35 किलो होता है, लेकिन करीब 50 किलो वजनी एनकोंडा भी पाए जाते हैं। यह 12 फीट लंबे भी हो सकते हैं। इनका रंग पीला, सुनहरा-भूरा और पीला-हरा हो सकता है।
आंखों के सामने ‘मौत’ देख सूख गई सांसें; 5 से 7 फीट लंबे 10 एनाकोंडा, एयरपोर्ट पर मिले बैग के अंदर
Palmira Nanda
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