watch-tv

रिशवत मामले में सीबीआई की कोर्ट में पेश हुए डीएसपी सहित 7 पुलिस अधिकारी

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

(चंडीगढ/यूटर्न 11 अप्रैल): रिश्वत कांड में पेश ना होने वाले पंजाब पुलिस के डीएसपी सहित 7 अधिकारी आज अदालत के आदेश पर चंडीगढ़ में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए। सीबीआई इंस्पेक्टर व जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सोनल मिश्रा के खिलाफ गिरफतारी के जमानती वारंट जारी करने के बाद इंस्पेक्टर कोर्ट में पेश हुआ। अदालत से रिपोर्ट पेश करने के लिए कुछ समय की मोहलत मांगी। जिसके बाद अदालत ने इंस्पेक्टर को 30 मई तक रिपोर्ट पेश करने के लिए आदेश दिए हैं। यह सुनवाई सीबीआई की विशेष अदालत में निजी कंपनी के मालिक को धमकाकर रिश्वत मांगने के मामले में पकड़े गए जीरकपुर के तत्कालीन डी.एस.पी. अमरोज सिंह खुद सिंह समेत 7 लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर मामलें में हुई। सीबीआई की विशेष अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान आरोपी डी.एस.पी. अमरोज सिंह के खिलाफ कोर्ट में सेक्शन आर्डर और सी. एफ.एस.एल. जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा था, लेकिन न तो रिपोर्ट पेश हुई और न ही जांच अधिकारी इंस्पेक्टर सोनल मिश्रा। हालांकि जमानत वारंट जारी होने के बाद जांच अधिकारी सी.बी.आई. इंस्पेक्टर सोनल मिश्रा अदालत में पेश हुए, इस दौरान उन्होंने सेक्शन आर्डर और सी.एफ.एस.एल. जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा।
यह थे आरोप
सीबीआई को शिकायत में अंबाला के रहने वाले आई.टी. कंपनी के मालिक मोहित शर्मा ने साल, 2021 में जीरकपुर के तत्कालीन डी.एस.पी. अमरोज सिंह को शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने सी.बी.आई. को दी शिकायत में बताया कि प्रदीप नामक शखस ने धोखाधड़ी की शिकायत दी थी। जिसका फायदा उठाकर जींद के रहने वाले अनिल मोर और कैथल के रहने वाले दिलबाद सिंह ने इस शिकायत के बारे में पता चलने के साथ ही मिलीभगत कर प्रदीप की शिकायत के आधार पर मोहित की कंपनी के बैंक खाते फ्रीज करवा दिए। जिसके बाद आरोपियों ने उससे 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। पीडि़त का आरोप था कि दोनों आरोपी पहले भी उसे ब्लैकमेल कर उसकी कंपनी में शेयर देने और पैसे की मांग कर रहे थे। मामले में सी. बी.आई. ने शिकायत के आधार पर 7 मार्च, 2021 को अनिल और दिलबाग को गिरफतार कर लिया। जांच के दौरान सी.बी.आई. को पता चला कि इस खेल में डी.एस.पी. अमरोज सिंह खुद भी शामिल हैं। इसलिए सी.बी.आई. ने डी.एस.पी. और उनके रीडर को पकडऩे के लिए सबूत इक_ा कर दिसंबर, 2022 में उन्हें भी गिरफतार कर लिया।

Leave a Comment