फर्जी खरीदों फरोखत में 4044 करोड की धोखाधडी,चला सरकारी डंडा,पंजीकरण रद्द

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लुुधियाना/यूटर्न/26 जुलाई: फर्जी खरीदो फरोखत कर 4044 करोड की धोखाधडी के चलते सरकारी डंडा चलाते हुए विभाग ने 303 कंपनियों का पंजीकरण रद्द कर दिया है। पंजाब के आबकारी एवं कराधान विभाग ने 303 ऐसी फर्म या कंपनियों का पर्दाफाश किया है जो लोहे की खरीद-फरोखत से जुड़े फर्जी बिल दिखाकर 4044 करोड़ रुपये का फर्जी आईटीसी रिटर्न भर रही थीं। इनमें से 206 फर्म केंद्र के पास रजिस्टर्ड थीं। जबकि 11 पंजाब और 86 अन्य राज्यों से संबंधित थीं। ये कंपनियां लुधियाना, मंडी गोबिंदगढ़ समेत कई इलाकों से काम कर रही थीं। ये फर्म कुछ समय पहले ही रजिस्टर्ड हुई थीं। यह दावा पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में सभी फर्मों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया है। 11 लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है। जबकि केंद्र को भी कार्रवाई करनी है। केंद्र के पास रजिस्टर्ड फर्मों को सीधे ब्लॉक करके 89 करोड़ रुपये बचाए गए हैं। अब सभी फर्मों का आधार से रजिस्ट्रेशन होगा। ताकि फर्जी रजिस्ट्रेशन न हो।
सोने के बिल दिखाकर दो कंपनियों ने ठगी की
इसी तरह अमृतसर की एक फर्म से 336 करोड़ रुपये के सोने के फर्जी बिल पकड़े गए हैं। सोना कहां खरीदा और बेचा गया, इसकी कोई जानकारी नहीं है। इस पर 20 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। दूसरी कंपनी लुधियाना की है। इसने 424 करोड़ रुपये की ठगी की है। कंपनी पर 25 करोड़ रुपये का टैक्स लगेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी चोरी पकड़ी गई है। इनसे पैसे वसूले जाएंगे।
नौकरों को मालिक बनाकर की 533 करोड़ की ठगी
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि 68 ऐसी फर्म भी पकड़ में आई है। जिनकी रजिस्ट्रेशन दूसरों के नाम पर थी। इसमें मालिक कंपनी में काम करने वाले मुजाजिम या नौकर बना दिए थे। मुलाजिमों के दस्तावेजों का गलत प्रयोग किया था। लेकिन उन लोगों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ऐसे मामलों में 533 करोड़ की हेराफेरी पकड़ी है। उन्होंने बताया कि यह लोग बहुत ही शातिर थे। उनकी नजर ऐसे लोगों पर आगे भी रहेगी।
घर में सफाई करने वाली को मालिक बना दिया था
सूत्र बताते है कि लुधियाना में तो एक बार ऐसा मामला भी सामने आया था जिसमें कांठी के अंदर सफाई का काम करने वाली महिला को कंपनी का मालिक बता जालसाजी की गई थी,यह खुलासा तब हुआ था जब विभाग ने दब्शि देकर सारे हालात जाने तो इस बात का खुलासा हुआ था। यह भी पता चला है कि अभी भी कुछ ऐसी फर्मे लुधियाना व मंडी गोबिदगढ में है,जिनका काम ही जाली कागजात तैयार कर जीएसटी बचाना है।
यूटर्न पहले भी कर चुका है,खुलासा
यूटर्न न्यूज पंपर पहले भी खुलासा कर चुका है कि आज कल जीएसटी की चोरी जाली कंपनियों के सहारे हो रही है,इसमें कई ऐसे नामचीन खिलाडी भी है,जिनकी अपनी कपंनी तो है ही वहीं जाली कंपनियां बनाकर वह जीएसटी चोरी कर रही है। इनकी संखया 200 से अधिक है,विभाग इन सभी कंपनियों पर पैनी निगाह गाड कर बैठा है कि कब उनके खिलाफ सबूत आये। अब तो विभाग ने फर्जी ग्राहकों के जरिये ऐसी कपनियों को सबक सिखाने की योजना बना ली है। देखाना होगा कि कितनी जल्दी विभाग उनको शिकंजे में लेता है।
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