(पंजाब/यूटर्न 12 अप्रैल): छात्राओं को अब पीरियड्स के उन दिनों में टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। उन दिनों में कॉलेज, यूनिवर्सिटी जाने की टेंशन भी भूल जाइए, क्योंकि छुट्टियों को लेकर नियम बदल गया है। जी हां, पंजाब यूनिवर्सिटी की छात्राओं के लिए गुड न्यूज है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं के लिए मासिक धर्म की छुट्टियों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। छात्राएं अब हर महीने मासिक धर्म के दिनों में छुट्टियां ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें अप्लाई करना होगा। एक फॉर्म भरकर सबमिट कराएंगी तो उनकी छुट्टी मंजूर हो जाएगी। इसके बाद वे घर पर आराम कर सकेंगी।
नए सेशन से लागू हो जाएगा नियम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मासिक धर्म की छुट्टियां लेने का नियम नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू हो जाएगा। छुट्टी के आवेदन को विभाग अध्यक्ष मंजूरी देंगे। पंजाब यूनिवर्सिटी के कुलपति ने छुट्टियों के प्रस्ताव को मंजूरी दी। प्रस्ताव में किए गए प्रावधान के अनुसार, छात्राएं महीने में एक छुट्टी ले पाएंगी, यानी एक सेमेस्टर में उन्हें 4 छुट्टियां मिलेंगी। प्रपोजल मंजूर होने के बाद जारी नोटिस में बताया गया है कि छुट्टी छात्रा द्वारा स्व-प्रमाणन के आधार पर दी जाएगी। इसके लिए उसे छुट्टी लेने के बाद अगले 5 दिन के अंदर अप्लाई करना होगा। बाकी दिनों में उसकी अटेंडेंस नियमानुसार पूरी होनी चाहिए।
मध्य प्रदेश और केरल यूनिवर्सिटी भी देती छुट्टियां
बता दें कि मध्य प्रदेश की लॉ यूनिवर्सिटी और केरल यूनिवर्सिटी भी छात्राओं को उन दिनों में छुट्टियां देती हैं। जबलपुर स्थित यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. शैलेश एन हाडली ने पिछले साल ही आदेश जारी कर दिया था, जिसके लिए स्टूडेंट बार एसोसिएशन द्वारा मांग की जा रही थी। आदेशों के अनुसार, छात्राओं को हर सेमेस्टर दी जाने वाली 6 छुट्टियों में मासिक धर्म वाली छुट्टी शामिल की गई थी। केरल विश्वविद्यालय ने मार्च 2023 में नियम लागू कर दिया था। छात्राओं को मासिक धर्म और मातृत्व अवकाश दिया जाता है, लेकिन छात्राओं को 73 प्रतिशत अटेंडेंस उपलब्ध करानी होगी।
पीरियड्स में टेंशन को कहें बाय-बाय! छात्राओं की छुट्टियों का नियम बदला, जानें कैसे करेंगी अप्लाई?
Palmira Nanda
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