एस से कुख्यात गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई के भारत पहुंचते ही चंडीगढ़ में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अहम चेहरे इंदरप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या ने पूरे नॉर्थ इंडिया के अपराध जगत को झकझोर दिया है।यह हत्या सिर्फ एक गैंगवार नहीं बल्कि लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के बीच चल रही खूनी जंग का नया धमाका मानी जा रही है।मर्डर के बाद पंजाब, हरियाणा और ट्राइसिटी में पुलिस अलर्ट मोड पर आ चुकी है, जबकि दोनों गुटों के कई शार्प-शूटर एकदम से गायब हो गए हैं।
हत्या के बाद कई शूटर लापता ट्रैक करना मुश्किल
सूत्रों के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, रोहित गोदारा और बंबीहा गैंग के कई शूटर अचानक भूमिगत हो गए हैं।इनमें वे नाम भी शामिल बताए जा रहे हैं जिनका ट्रैक एजेंसियां महीनों से कर रही थीं।
एक वरिष्ठ एनआईए अधिकारी की पुष्टि है कि अनमोल बिश्नोई से पैरी मर्डर केस में पूछताछ की जा चुकी है।
अनमोल की पैरी से आखिरी कॉल “कुछ बड़ा होने वाला था?”
एनआईए कस्टडी में मौजूद अनमोल ने खुलासा किया कि यूएस में रहते हुए उसकी आखिरी फोन कॉल पैरी से हुई थी।यह बात खुद अनमोल ने जांच टीम को बताई।
19 नवंबर को अमेरिकी एजेंसियों ने अनमोल को एनआईए के हवाले किया था।जांचकर्ता इस बात की गहराई से छानबीन कर रहे हैं कि पैरी की हत्या और अनमोल के भारत लौटने में कोई सीधा लिंक तो नहीं।
गोल्डी का सबसे बड़ा टारगेट था अनमोल बिश्नोई
जांच एजेंसियों के कई स्रोत एक सुर से कहते हैं अनमोल बिश्नोई गोल्डी बराड़ की हिट-लिस्ट में सबसे ऊपर था।
कारण?
लॉरेंस और गोल्डी के बीच पिछले लगभग दो साल से चल रही खींचतान, वर्चस्व की लड़ाई और पुराने हत्याकांड।
•अनमोल पहले कनाडा में था, फिर दुश्मनी बढ़ने पर यूएस भाग आया।
•गोल्डी बराड़ भी अब कनाडा छोड़कर यूएस से ही अपना गिरोह चला रहा है।
सूत्रों के अनुसार, गोल्डी ने जर्मनी, स्पेन और युके के उन हैंडलरों से संपर्क किया था जिनके आईएसआई और खालिस्तानी नेटवर्क से भी लिंक बताए जाते हैं।
2020 की हत्या की गूंज फिर तेज गुरलाल बराड़ का केस दोबारा सुर्खियों में
पैरी की हत्या का सीधा रिश्ता गोल्डी के भाई गुरलाल सिंह बराड़ की हत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।10 अक्टूबर 2020 की रात, चंडीगढ़ के सिटी इम्पोरियम मॉल के बाहर दो नकाबपोश बाइक सवारों ने गुरलाल पर फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार दिया था।
