हाई-फ्लायर अवॉर्डस-2025 में राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा ने होनहार स्टूडेंट्स को दिया जज्बाती-पैगाम

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

पढ़ाई के लिए विदेश जाने की बजाए भारत में ही बेहतर विकल्प : अरोड़ा

लुधियाना, 6 जून। गत दिनों महानगर में ‘हाइफ्लायर अवॉर्ड्स 2025’ समागम दैनिक समाचारपत्र ‘यूटर्न टाइम’ और न्यूज-चैनल ‘जनहितैषी’ ने कराया। जिसमें 26 स्कूलों के सीबीएसई, आईसीएसई व पीएसईबी, कैंब्रिज बोर्ड 10वीं-12वीं की परीक्षा के 205 बैस्ट-स्टूडेंट्स को अवॉर्ड्स दिए गए।

समारोह में राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा ने होनहार स्टूडेंट्स को बेहद जज्बाती पैगाम दिया। गुरु नानक देव भवन में इस भव्य समागम में उद्यमी-जनप्रतिनिधि से कहीं अलग अंदाज में संजीव अरोड़ा सोशल-एक्टिविस्ट नजर आए। उन्होंने प्रतिभावान विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। साथ ही जोर देकर कहा कि भविष्य में पढ़ाई के लिए विदेश जाने की बजाए सोचिए, भारत में ही बेहतर विकल्प हैं। विदेश में पढ़ाई के बाद वहीं सैटल होने की बजाए घर में लौटकर अपने पेरेंट्स की सेवा करना अहम है, जो आपको विदेश पढ़ाई के लिए भेजने पर भारी खर्च करते हैं। कई बार विदेश में पढ़ते हुए ऐसे हालात बनते हैं कि पेरेंट्स की जरुरत के वक्त आप चाहकर भी मजबूरन अपने घर नहीं लौट पाते हैं। उन्होंने कहा कि अपनी पढ़ाई लगातार जारी रखें। बेशक मार्क्स महत्व रखते हैं, लेकिन उससे भी ज्यादा जीवन जीने का तरीका सीखना ज्यादा महत्वपूर्ण है।

अपने शैक्षिक-सामाजिक जीवन के अनुभव सांझा करते अरोड़ा ने कहा कि पढ़ाई के दौरान अव्वल आने से भी जरुरी है, बड़ों का सम्मान, देश के प्रति समर्पण और जरुरतमंदों की मदद करना। मसलन, आप अगर वाहन चला रहे हैं तो सड़क पार कर रहे राहगीरों के लिए रुकना आपका नैतिक कर्तव्य है। साथ ही स्टूडेंट्स को कॉलेज-लाइफ का फैसला लेने के बारे में पंजाबी-लहजे में समझाया कि वही काम अच्छा होता है, जो दिल से किया जाए। भारत के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस करने वाले डॉक्टर्स विदेश में जाकर बेहतर काम करते हैं।

————

Leave a Comment