सारे फड़े जांणगे ! लुधियाना नगर निगम में करोड़ों के टेंडर घोटाले से मची खलबली

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

रोज गार्डन टेंडर-कमीशन मामले में गिरफ्तार आरोपी सुपरिटेंडेंट इंजीनियर कंवर आखिरकार सस्पेंड

—–

आरोपी एसई के तार जुड़े इतने मामलों से, पंजाब सरकार को लेन पड़ गया बड़ा एक्शन

लुधियाना, 22 अप्रैल। यहां नगर निगम में सैकड़ों करोड़ के घोटाले के तार खुलने लगे हैं। रोज गार्डन के रेनोवेशन वर्क के टेंडर घोटाले के आरोप में विजिलेंस ब्यूरो ने नगर निगम के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर संजय कंवर को गिरफ्तार किया था। जब पूछताछ में आरोपी के तार अन्य घोटालों से भी जुड़े तो आखिरकार सरकार को बड़ा एक्शन लेना पड़ा। आरोपी एसई को सरकार ने सस्पेंड कर दिया।

आखिर कितना पावरफुल है आरोपी एसई :

अब भी लोग चर्चा कर रहे हैं कि आरोपी एसई कितना ‘पावरफुल’ है कि लगातार तीन साल वह लुधियाना नगर निगम में टिका रहा। इस दौरान कई डिप्टी कमिश्नर, नगर निगम कमिश्नर और विभागीय अफसर बदल गए। इस दौरान राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार रही, लेकिन इस तरफ शासन-प्रशासन ने आखिर ध्यान क्यों नहीं दिया। इसे लेकर राज्य की आप सरकार पर भी सवालिया निशान लगे।

दाग मिटाने को लेना पड़ा एक्शन !

चर्चाओं पर भरोसा करें तो रोज गार्डन के टेंडर मामले से पहले आरोपी एसई संजय कंवर ने ‘बड़े साहब’ की छत्रछाया में कूड़ा लिफ्टिंग और प्रोसेसिंग के लिए करीब 150 करोड़ रुपए के वर्क ऑर्डर जारी किए थे। चर्चा है कि कूड़ा लिफ्टिंग और प्रोसेसिंग का ठेका लेने वाली कंपनियों-अफसरों ने तब भी बड़ा घोटाला किया। चर्चाओं के मुताबिक आरोपी एसई और उनके बड़े साहब को इसमें 10 प्रतीशत कमीशन मिला था।

एसई के कारनामे चर्चा में रहे, सरकार रही खामोश :

आरोपी एसई संजय कंवर द्वारा निगम में घोटाले किए जाने की चर्चा काफी समय से रही। उसकी लग्जरी गाड़ियां, टेंडरों में कमीशन की लगातार चर्चा होती रही। इसके बावजूद पंजाब की आप सरकार की खामोशी पर हैरान लोग चर्चा करते रहे। चर्चाओं पर भरोसा करें तो राज्य सरकार ने अपनी फजीहत के डर से आरोपी एसई के खिलाफ सस्पेंशन का एक्शन लिया। ताकि अपनी ईमानदारी वाली इमेज को कायम रखा जा सके।

विपक्ष भी जवाबदेही से नहीं बच सकता :

पंजाब में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग संयोग से लुधियाना से ही लोकसभा सांसद हैं। जबकि इस घोटाले को लेकर पूर्व पार्षद ममता आशु की ने आरोपी एसई द्वारा किए जा रहे स्कैम को लेकर आवाज उठाई थी। हालांकि केंद्र में सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और कभी पंजाब की सत्ता पर काबिज रहे शिरोमणि अकाली दल-बादल की इस मामले में चुप्पी को लेकर लोग चर्चा कर रहे हैं।

बाकी ठेकेदारों में मची खलबली :

सूत्रों की मानें तो आरोपी एसई के ताजा मामले को लेकर जांच में जुटी विजिलेंस ब्यूरों पुरानेल ‘खाते’ भी खोलने में लगी है। इनमें कूड़े की लिफ्टिंग से लेकर गलियों-मोहल्ले की सड़कें बनाने को लेकर हुए टेंडरों की भी जांच होने की चर्चा है। ऐसे में निगम से जुड़े ठेकेदारों में खलबली मची है। अगर पुराने मामलों की जांच हुई तो और ठेकेदार भी विजिलेंस की चपेट में आ सकते हैं। अगर उनकी घेराबंदी हुई तो वो अपने ‘प्रशासनिक-आकाओं’ के नाम भी खोल सकते हैं। ऐसे में निगम के कई अधिकारी भी विजिलेंस के रडार पर आ जाएं तो इसमें कोई हैरानी नहीं होगी।

————

 

Leave a Comment