पंजाब में नई सियासी-चर्चा से शुरु गई है अलग ही हलचल
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पिछला विस चुनाव इसी सीट से लड़ चुके सीनियर एडवोकेट सिद्धू का बड़ा आरोप, आप और कांग्रेस में ‘नूरा-कुश्ती’
लुधियाना, 23 मई। पंजाब की सियासी-धुरी कहलाने वाले लुधियाना जिले में इन दिनों सियासी-माहौल गर्म है। दरअसल लुधियाना वैस्ट सीट पर होने वाले उप चुनाव में सूबे की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी तो सबसे पहले अपना उम्मीदवार राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को बना चुकी है। इसके बाद कांग्रेस ने इसी हल्के से दो बार कैबिनेट मंत्री रहे भारत भूषण आशु को उम्मीदवार बनाया। फिर शिरोमणि अकाली दल-बादल ने सीनियर एडवोकेट परउपकार सिंह घुम्मन को उम्मीदवार घोषित किया था। फिलहाल तक केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। ऐसे में राजनीतिक माहिर हैरानी जता रहे हैं कि क्या वास्तव में भाजपा को कोई जिताऊ उम्मीदवार नजर नहीं आ रहा है ?
यहां उल्लेखनीय है कि पिछले विधानसभा चुनाव में सीनियर एडवोकेट बिक्रम सिंह सिद्धू बीजेपी के प्रत्याक्षी थे। भले ही वह चुनाव हार गए थे, लेकिन उन्होंने इस विस हल्के में चुनाव लड़कर पार्टी का वोट-प्रतिशत बढ़ाने का काम किया था। सिद्धू से जब इस मुद्दे पर बातचीत की गई तो उन्होंने बेबाकी से आरोप लगाया कि यह उप चुनाव तो सीधेतौर पर आप और कांग्रेस के बीच ‘नूरा-कुश्ती’ है। दोनों ही उम्मीदवार पुराने दोस्त हैं और दोस्ती का वही फर्ज निभा रहे हैं। दूसरी तरफ, चर्चाओं पर भरोसा करें तो भाजपा नेतृत्व इस चुनाव में आधा सैकड़ा दावेदारों के चलते फिलहाल प्रत्याशी की घोषणा करने का रिस्क नहीं लेना चाहती। ताकि बाकी दावेदार पार्टी के खिलाफ अंदरखाते या बागी होकर नया राजनीतिक-संकट ना पैदा कर दें।
चुनाव घोषित होते ही उतारेंगे प्रत्याशी : धीमान
इस बारे में भाजपा शहरी जिला कमेटी के अध्यक्ष रजनीश धीमान का दावा है कि पार्टी इस उप चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक बेदा देश में मौजूदा माहौल के चलते ही बीजेपी का फोकस भी राष्ट्रहित में उधर ही रहा। वैसे तो पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी इस उप चुनाव में दावेदारों की सूची पर पूरा अध्ययन कर चुकी है। पब्लिक फीडबैक के लिए पार्टी स्तर पर सर्वे हो चुका है। जैसे ही चुनाव आयोग इलैक्शन का ऐलान करेगा, उसके बाद बीजेपी उम्मीदवार का ऐलान हो जाएगा।
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