वॉट्सऐप चैट लीक, खालिस्तान समर्थक एमपी अमृतपाल पर एनएसए लगाने से नाराज थे आरोपी, मजीठिया भी लिस्ट में
मोगा, 22 अप्रैल। पंजाब में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की हत्या की साजिश का खुलासा होने की सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। पंजाब पुलिस के दावे मुताबिक खालिस्तान समर्थक व सांसद अमृतपाल के समर्थक इसकी तैयारी कर रहे थे।
पुलिस के मुताबिक वारदात को अंजाम देने से पहले इसे लेकर वॉट्सऐप ग्रुप की चैट लीक हो गई। ये वॉट्सऐप ग्रुप ‘वारिस पंजाब दे’ और ‘अकाली दल मोगा जत्थेबंदी’ के नाम से बने थे। उनकी हिटलिस्ट में केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू और सीनियर अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया भी थे। अमृतपाल के समर्थक उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट की अवधि बढ़ाने से गुस्से में थे। इसी वजह से खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल को असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है।
एक आरोपी खन्ना का :
इसका खुलासा होने के बाद पुलिस ने अमृतपाल के 25 से 30 समर्थकों के खिलाफ मोगा में केस दर्ज किया है। साथ ही दो अरोपी समर्थक अरेस्ट कर लिए। इनमें एक आरोपी खन्ना के न्यू मॉडल टाउन का बलकार सिंह और दूसरा मोगा का नाबालिग है। सभी आरोपी हत्या की साजिश करने वाले ग्रुप से जुड़े हुए थे। मोगा रेंज के डीआईजी अश्वनी कपूर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि जल्दी ही सारे आरोपी पकड़ लिए जाएंगे।
पंजाब पुलिस के मुताबिक ग्रुप में खन्ना के बलकार ने लिखा कि पहला नंबर बिट्टू लुधियाना वाले का है, जिसकी वजह से अमृतपाल सिंह खालसा जेल में है। दूसरा नंबर मजीठिया का है, जिसने अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए दस करोड़ रुपए दिए हैं। तीसरे नंबर पर अमित शाह हैं, जिन्होंने तीसरी बार भाई अमृतपाल पर एनएसए लगाई है।
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