क्या लुधियाना में पाम जुमेरा के नाम पर होने जा रहा १०००० करोड़ का रियल एस्टेट स्कैम ?

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बाहुबलियों को छोड़ छुटभैय्यों पर कार्रवाई कर पीठ थपथपा रही ग्लाडा

लुधियाना 18 फरवरी। लुधियाना में ग्लाडा की और से रोजाना प्रैस नोट जारी कर अवैध इमारतों के खिलाफ एक्शन लेने के दावे किए जाते हैं। लेकिन दूसरी तरफ ग्लाडा की आंखों के सामने सरेआम बाहर से आई नामी कंपनियों द्वारा कैनाल रोड पर गांव चकना पुली के पास अ‌वैध तरीके से कॉलोनी बनाई जा रही है। चर्चा है कि कंपनी के पास न तो रजिस्ट्री है और न ही एक भी किला जमीन उनके नाम है। लेकिन फिर भी कंपनी द्वारा 250 एकड़ जमीन बताकर पूरे पंजाब में से कई सो करोड़ रुपए इकट्‌ठे भी कर लिए गए हैं। एक तरफ तो कंपनी के पास एक भी एकड़ जमीन नहीं है, फिर भी उनकी और से पाम जुमेरा नाम से कॉलोनी काटने का ऐलान करते हुए प्री लॉचिंग ने नाम से मार्केट से पैसा भी इकट्‌ठा कर लिया गया है। चर्चा है कि अब शायद जल्द लुधियाना में 1250 करोड़ रुपए का घोटाला होगा। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि नामी कंपनी द्वारा सरेआम पूरे राज्य से प्री लॉचिंग के नाम पैसा इकट्‌ठा कर लिया गया, लेकिन शहर में बैठे ग्लाडा अधिकारियों को इसकी कानों कान खबर नहीं हो सकी। चर्चा है कि ग्लाडा अधिकारियों की भी इस ‌अवैध प्रोजेक्ट में हिस्सा है, जिसके चलते यह सब किया जा रहा है।

सरेआम शहर में निकाली गई कार रैली, 100 डीलर हुए शामिल
हैरानी की बात तो यह है कि इस प्रोजेक्ट के पदाधिकारियों की और से एक दिन पहले ही शहर में सरेआम कार रैली निकाली गई है। इस रैली में शहर के 100 के करीब प्रॉपर्टी डीलर भी शामिल हुए। डीलरों की और से सरेआम रैली में लोगों को कार की डील करने संबंधी संपर्क करने के लिए भी कहा गया। यह रैली शहर के बीचों बीच से निकली। पूरे शहर को इस रैली का पता चल गया, लेकिन सिर्फ ग्लाडा अधिकारियों को इसके बारे में पता नहीं चल सका।

एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री नहीं और पाम जुमेरा बनाने के दावे
चर्चा है कि उक्त नामी कंपनी द्वारा 250 एकड़ में दुबई की पाम जुमेरा जैसे आलिशान कॉलोनी बनाने के दावे किए जाते हैं। यहां तक कि कॉलोनी का नाम भी पाम जुमेरा रखा गया है। लेकिन कंपनी के नाम पर एक भी एकड़ की रजिस्ट्री नहीं है। वहीं बात करें कैनाल रोड की तो वहां पर कम से कम 5 करोड़ रुपए एकड़ जमीन है। ऐसे में कंपनी दावा करती है कि उनके पास 250 एकड़ जमीन है। यानि कि कंपनी 1250 करोड़ रुपए सिर्फ जमीन लेने में ही खर्च कर रही है। लेकिन चर्चा है कि कही लोगों को लुभाने के लिए यह सब तो नहीं किया जा रहा है।

ग्लाडा अफसरों व राजनेताओं की हिस्सेदारी की चर्चा
चर्चा है कि ग्लाडा के उच्च अफसरों व राजनेताओं की इस प्रोजेक्ट में बड़ी हिस्सेदारी है। इसी के चलते अधिकारी खुली आंखों के बावजूद इसे देख नहीं पा रहे हैं। वहीं चर्चा है कि प्रोजेक्ट को प्रमोट करने के लिए निकाली गई कार रैली में जिन प्रॉपर्टी डीलरों द्वारा हिस्सा लिया गया, वह डीलर अक्सर ही ग्लाडा अफसरों के पास बैठे दिख सकते हैं। ऐसे में ग्लाडा अफसरों की छत्रछाया में यह घोटाला होना तो स्भाविक ही है।

सीएम मान के करीबी होने की तर्चा
चर्चा है कि उक्त प्रोजेक्ट के डवेलपर सीएम भगवंत मान के बेहद करीबी है। जिसके चलते उन पर अधिकारी भी एक्शन लेने से गुरेज कर रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि रैली में प्रोजेक्ट के पदाधिकारियों की और से सरेआम प्रमोशन की गई, यहां तक कि लोकेशन बताने के साथ साथ प्रोजेक्ट की खूबियां भी गिनाई गई। लेकिन फिर भी ग्लाडा अधिकारियों को इसका पता नहीं चल सका। यहां तक कि प्रोजेक्ट के सरेआम सोशल मीडिया पर प्रमोशन भी की जा रही है।

सुषमा ग्रुप व एआईपीएल प्रोजेक्ट जिंदा जागती तस्वीर
बता दें कि सुषमा ग्रुप द्वारा खुद को पंजाब का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट बताया जाता है। लेकिन ग्रुप के लुधियाना व जीरकपुर में ठगी करने के मामले अकसर सामने आते रहते हैं। आए दिन ग्रुप से जमीनें खरीदने वाले खरीददारों द्वारा धरना प्रदर्शन करने के मामले सामने आते हैं। वहीं बात करें लुधियाना के एआईपीएल ग्रुप की तो उनकी और से भी सरेआम लोगों के साथ ठगी की जा रही है। एआईपीएल के पास ज्वाइंट डवेलपर की मान्यता भी नहीं है। लेकिन फिर भी सरेआम ग्रुप द्वारा अपनी प्रमोशन करने के साथ साथ लोगों को जमीनें बेची जा रही है। जिनका आए दिन विवाद सामने आता रहता है।

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