इंडसइंड बैंक के 3 मैनेजरों पर FIR, खाताधारक की रिटर्न की खुर्द बुर्द, मनमर्जी से काटा 1 लाख टीडीएस, जांच में फंसे

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लुधियाना 4 जून। इंडसइंड बैंक की पक्खोवाल रोड ब्रांच के तीन ब्रांच मैनेजरों पर पुलिस ने अमानत में खयानत डालने के आरोप में कार्रवाई की है। दरअसल, बैंक मैनेजरों ने पहले तो एक फाइनेंस कंपनी मालिक खाताधारक की इनकम टैक्स की रिटर्न खुर्द बुर्द की। फिर जबरन 1.65 लाख टीडीएस जमा कराने का नोटिस भेज एक लाख काट भी लिया। जबकि इनकम टैक्स विभाग में जमा भी न करवाकर अपने पास रख लिया। लेकिन जब पीड़ित ने इस संबंधी पुलिस को शिकायत दी तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। इस मामले में थाना दुगरी की पुलिस ने विशाल नगर के जसविंदर सिंह बड़ैच की शिकायत पर मैनेजर शाम लाल, विक्रांत और नितिन गोयल पर अमानत में खयानत डालने का मामला दर्ज किया है। हालांकि शाम लाल मौजूदा समय में यैस बैंक का ब्रांच मैनेजर है।

जबरन खुलवाया था खाता
शिकायतकर्ता जसविंदर सिंह ने बताया कि उसका फाइनेंस का कारोबार है। उनका पीएनबी बैंक में खाता है, जिसमें एक करोड़ रुपए तक की ट्रांजेक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगता। लेकिन आरोपी शाम लाल इंडसइंड बैंक पक्खोवाल रोड ब्रांच की तरफ से आया और कहा कि खाता उनके बैंक में खुलवाए। उन्हें 2.40 करोड़ तक कोई चार्ज नहीं लगेगा। उसके कहने पर शिकायतकर्ता ने 30 सितंबर 2022 को खाता खुलवाया। उन्होंने 2019 से लेकर 2022 तक की सभी इनकम टैक्स रिटर्न जमा करवा दी। खाते में एक लाख रुपए जमा रखना जरुरी था।

रंजिश के चलते लगाया चार्ज
शिकायतकर्ता अनुसार मई 2023 में उसके खाते से गलत तरीके से 2 हजार रुपए काट लिए। जिस पर शिकायतकर्ता ने बैंक जाकर शाम लाल से संपर्क किया, तो उनमें आपसी बहस हुई। जिसके बाद पैसे तो वापिस खाते में डाल लिए, लेकिन शाम लाल ने रंजिश रखनी शुरु कर दी। जिसके बाद शाम लाल इंडसइंड बैंक की नौकरी छोड़कर जब यैस बैंक में जाने लगा तो उसने शिकायतकर्ता को 1.65 लाख टीडीएस जमा कराने का 8 मई 2024 को नोटिस भेज दिया। उसके खाते में जमा एक लाख रुपए काट लिए और 65 हजार जमा और कराने की बात कही। जबकि खाता ब्लॉक कर दिया। जबकि शिकायतकर्ता ने 2.40 करोड़ में से सवा करोड़ ही इस्तेमाल किए थे।

रिटर्न की खुर्द-बुर्द, आईटी विभाग को नहीं किया टीडीएस जमा
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने जब बैंक जाकर पता किया तो उन्होंने कहा कि पुरानी रिटर्न जमा नहीं करवाई थी। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने नए ब्रांच मैनेजर विक्रांत गोयल से बात की। उन्होंने कहा कि आपकी 2019 से 2022 तक की रिटर्न नहीं है। जबकि वे पहले से ही जमा करवा रखी थी। लेकिन शाम लाल ने खुर्द बुर्द कर दी। फिर ब्रांच मॉनिटरिंग यूनिट हेड नितिन गोयल ने भी खाता ब्लॉक करवा दिया। शिकायतकर्ता ने जब इनकम टैक्स विभाग में जाकर चैक किया तो पता चला कि उसका वहां एक लाख टीडीएस जमा ही नहीं है। बल्कि वहां 500 रुपए जमा है। शिकायतकर्ता ने पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी। जिसकी जांच चौकी एसबीएस नगर इंचार्ज एएसआई रविंदर सिंह के पास आई।

चौकी इंचार्ज ने भी नहीं की सुनवाई
शिकायतकर्ता के अनुसार जब एएसआई रविंदर सिंह ने तीनों ब्रांच अधिकारियों को बुलाया। जिस पर उसने जबरन शिकायत पर लिखकर भेज दिया कि यह इनकम टैक्स का मामला है, इसमें कार्रवाई की जरुरत नहीं है। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने एडीजीपी को शिकायत दी। जिसमें बकायदा एएसआई पर बैंक अधिकारियों से मिलीभगत के आरोप लगाए। जिसकी जांच एडीसीपी द्वारा की गई। जिससे पूरे मामले का खुलासा हुआ।

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