दिल्ली/यूटर्न /7 जून: एकला चलों की रणनिती पर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन से अलग होने का फैसला किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने सीएम अरविंद केजरीवाल के घर हुई बैठक के बाद इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था। हमारी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। बता दें कि आज सीएम केजरीवाल के आवास पर बैठक बुलाई गई थी। बैठक में लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर समीक्षा की गई। बैठक के बाद गोपाल राय ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने का फैसला किया था लेकिन विधानसभा चुनाव हम अकेले ही लड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह पहले से तय था कि यह गठबंधन लोकसभा चुनाव तक के लिए है। लोकसभा चुनाव हमने ईमानदारी के साथ लड़ा था। गोपाल राय ने कहा कि हम दिल्ली की जनता के साथ मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे। आप पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। बता दें कि आप पार्टी ने लोकसभा चुनाव में इंडिया अलायंस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। गौरतलब है कि दिल्ली में आप और कांग्रेस ने साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। कांग्रेस ने 3 और आप ने 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि दिल्ली की सातों सीटें बीजेपी की झोली में गई थीं।
लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए इंडिया गठबंधन में शामिल हुए
इससे पहले सीएम केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान एक इंटरव्यू में कहा था कि हमने कांग्रेस के साथ न तो परमानेंट शादी की है और ना ही लव मैरिज। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए इंडिया गठबंधन में शामिल हुए है। बता दें कि दिल्ली शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल जेल में बंद हैं। सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद उन्होंने 21 दिनों के लिए चुनाव प्रचार किया था। इसके बाद कोर्ट की शर्तों के आधार पर उन्होंने 2 जून को सरेंडर किया था।
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